शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विदेशों व अन्य राज्यों में कार्यरत हिमाचल प्रदेश के शिक्षित पेशेवर युवाओं से राज्य के विकास में योगदान देने का आग्रह किया है. इस दौरान मुख्यमंत्री शिमला के दो युवा सामाजिक उद्यमियों लखनपाल और गौतमी श्रीवास्तव से मुलाकात भी की.
गौतमी ने अपनी स्नातकोत्तर डिग्री यूके के ससेक्स विश्वविद्यालय और सिद्धार्थ लखनपाल ने डवेल्पमेंट स्टडीज में अंबेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली से स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की. गौतमी ने अपना कारोबार शुरू करने के लिए नीति आयोग की नौकरी छोड़ी है और सिद्धार्थ ने दिल्ली के मानव विकास संस्थान की नौकरी छोड़ी है. दोनों का स्टार्टअप शुरू करने का उद्देश्य जीविका उत्थान के माध्यम से ग्रामीण सशक्तिकरण करना है.
ब्रेन ड्रेन को ब्रेन गेन में बदलने की बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री स्टार्टअप योजना सहित कई अन्य योजनाएं शुरू की हैं. यह योजनाएं राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रही हैं. स्टार्टअप शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री ने गौतमी और लखनपाल को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की है कि इससे प्रदेश से बाहर बसे हुए पेशेवर युवा प्रेरित होंगे.