शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि आपराधिक जांच एक बहुमुखी चुनौती है और सफल अभियोजन के लिए सही जांच आवश्यक है. हिमाचल प्रदेश पुलिस की ‘आपराधिक जांच नियमावली’ और मोबाइल ऐप ‘अपराध मुक्त हिमाचल’ को जारी करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर जांच के बाद अपराधियों को सजा मिले तो लोगों में कानून के प्रति विश्वास बढ़ेगा.
सीएम ने कहा कि कानून सुशासन का एक महत्वपूर्ण अंग है और पुलिस जांच की सुशासन में महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने कहा कि आपराधिक जांच नियमावली अधिकारियों के ज्ञान और कौशल में वृद्धि करेगी, जिससे जांच प्रक्रिया का अच्छे से पालन किया जा सके.
जयराम ठाकुर ने कहा कि आपराधिक जांच नियमावली पुलिस विभाग द्वारा जांच प्रक्रिया के मापदंड स्थापित करने की दिशा में एक उत्कृष्ट प्रयास है. इससे न केवल जांच की दिशा निर्धारित होती है, बल्कि जांच अधिकारी को बेहतर और व्यावसायिक तरीके से जांच करने में सहायता मिलती है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की आम जनता को त्वरित न्याय प्रदान करना और अपराध मुक्त राज्य बनाना है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस मोबाइल ऐप ‘अपराध मुक्त हिमाचल’ की मदद से आम जनता का सहयोग प्राप्त होगा, जिससे राज्य में अपराध को रोकने में सहायता मिलेगी. इस ऐप की मदद से बिना पहचान बताए लोग शिकायत पंजीकृत कर सकेंगे. इसके लिए लोगों को इस ऐप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करना होगा, जिससे प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने में उनकी सहभागिता सुनिश्चित हो सके.
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को नशामुक्त राज्य बनाने के लिए पुलिस अधिकारियों ने प्रदेश में नशा बेचने के मामलों को रोकने के लिए सक्रिय भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि इस सामाजिक बुराई को रोकने के लिए सूचना तंत्र को भी सुदृढ़ करना होगा.
वहीं, पुलिस महानिदेशक एस.आर. मरडी ने कहा कि इस नियमावली में क्रमबद्ध तरीके से आपराधिक जांच के दौरान पालन किए जाने वाले प्रोटोकॉल का विवरण है. इस नियमावली के उपयोग से जांच अधिकारियों को पेशेवर दृष्टिकोण अपनाने में सहायता मिलेगी.
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