शिमला : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि हिमाचल सरकार के पास यूक्रेन में फंसे लोगों की संख्या नहीं पहुंच (No data of Himachalis trapped in Ukraine)पाई ,लेकिन इनमें से अधिकांश छात्र हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार विदेश मंत्रालय से लगातार संपर्क बनाए हुए और कोशिश की जा रही है कि जल्द यूक्रेन में फंसे हिमाचलियों को (russia ukraine war)वापस लाया जाए. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध ने भारत की चिंताएं बढ़ा दी हैं. प्रदेश के गृह विभाग द्वारा यूक्रेन में फंसे हुए लोगों का डाटा एकत्रित किया जा रहा है.
इसके साथ ही सीएम जयराम ने एक ट्वीट किया किया कि, 'रूस और यूक्रेन के बीच हो रहा युद्ध चिंताजनक है. हमारे हिमाचल के 7 बच्चे भी यूक्रेन में फंसे हैं, जिन्हें सुरक्षित वापस लाने के लिए हम प्रयासरत हैं. इस संबंध में हमने केंद्र सरकार एवं विदेश मंत्रालय से बात कर ली है.'
इसके अलावा हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव राम सुभाग सिंह भी यूक्रेन में फंसे हिमाचल के लोगों को लाने के लिए विदेश मंत्रालय में बात कर रहे. इंडिया और यूक्रेन के बीच इससे पहले दो फ्लाइटें चलती थीं, जो अभी बंद , लेकिन यूक्रेन में फंसे हुए लोगों के लिए भारत सरकार ने कंट्रोल रूम भी स्थापित कर दिए. यूक्रेन में भारतीय नागरिकों और भारत में उनके परिवारों के सवालों का जवाब देने के लिए यूक्रेन की राजधानी कीव स्थित दूतावास के साथ-साथ विदेश मंत्रालय में भी कंट्रोल रूम बनाए गए.
भारत सरकार इस समय यूक्रेन सरकार और उनके विमानपत्तन प्राधिकरण से बात कर रही है, ताकि दोनों देशों के बीच ज्यादा से ज्यादा फ्लाइट्स का इंतजाम किया जा सके. यूक्रेन में रहने वाले भारतीय छात्रों के परिवार ने उनकी सुरक्षा को लेकर सरकार से मदद की गुहार लगाई है. इसी बीच प्रशासन ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों के परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया, जोकि 011-23012113, 01123014104, और 011-23017905 पर कॉल कर सकते हैं. इसके साथ ही टोल फ्री नंबर 1800118797 पर कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा प्रशासन की तरफ से -01123088124 भी जारी किया है.
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