ETV Bharat / state

यात्रा भत्ता बढ़ाने पर विधायक बाहर कुछ अंदर कुछ बोल रहे हैं, आपत्ति है तो लिख कर दें...वापिस लेने पर होगा विचार- CM

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विधायकों के आग्रह पर ही यात्रा भत्ते बढ़ाए हैं और विधायकों की सहमति से ही यात्रा भत्ते को बढ़ाने का फैसला लिया गया था. अगर विधायक सदन में समर्थन देने के बाद बाहर जाकर कुछ और बयान दे रहे हैं, तो वह सही नहीं है.

यात्रा भत्ते पर बोले मुख्यमंत्री
author img

By

Published : Sep 5, 2019, 5:34 PM IST

शिमलाः प्रदेश के मंत्रियों और विधायकों के भत्ते बढ़ाने पर जयराम सरकार का हर तरफ से विरोध किया जा रहा है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है. भत्ते वापस लेने का फैसला विधायकों पर निर्भर है. विधायकों की सहमति से ही यह फैसला लिया गया था. विधायक विधानसभा में कुछ, बाहर जाकर कुछ और बयान दे रहे हैं. ये सही नहीं है.

ऐसे में अगर विधायकों को यह भत्ते नहीं चाहिए तो विधायक लिखित रूप में उन्हें यह दे सकते हैं. बाद में इस पर विचार किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि आज कल सब हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं जिसका हम अभिनंदन करते हैं.

यात्रा भत्ते पर बोले मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रेम कुमार धूमल के बयान पर भी अपना जवाब देते हुए कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है कि इस तरह के भत्ते बढ़ाए गए हैं. धूमल और वीरभद्र सरकार के कार्यकाल में भी वेतन और भत्तों में बढ़ोतरी की गई थी. केवल विधायकों के आग्रह पर ही यात्रा भत्ते बढ़ाए हैं. इस पर विधायकों को आपत्ति है तो वह मुख्यमंत्री को लिखित में दें और बाद में इस पर कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि जयराम सरकार ने विधानसभा के मानसून सत्र में मंत्री और विधायकों की यात्रा भत्ता बढ़ा दिए थे। यात्रा भत्ते बढ़ाने के बाद इसका चौतरफा विरोध शुरू हो गया है। समाजसेवियों के द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है और विधायकों को गरीब विधायक बता कर चंदा भी एकत्रित किया जा रहा है.
ये भी पढे़ं -मंत्री 'जी' को नहीं यात्रा भत्ता बढ़ने की जानकारी! कहा: बताओ कौन से भत्ता बढ़ा है...ये हल्ला बंद करो

ये भी पढे़ं -'विधायकों की गरीबी हटाओ अभियान': यात्रा भत्ता बढ़ाने के विरोध में सड़कों पर कटोरा लेकर उतरे लोग

शिमलाः प्रदेश के मंत्रियों और विधायकों के भत्ते बढ़ाने पर जयराम सरकार का हर तरफ से विरोध किया जा रहा है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है. भत्ते वापस लेने का फैसला विधायकों पर निर्भर है. विधायकों की सहमति से ही यह फैसला लिया गया था. विधायक विधानसभा में कुछ, बाहर जाकर कुछ और बयान दे रहे हैं. ये सही नहीं है.

ऐसे में अगर विधायकों को यह भत्ते नहीं चाहिए तो विधायक लिखित रूप में उन्हें यह दे सकते हैं. बाद में इस पर विचार किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि आज कल सब हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं जिसका हम अभिनंदन करते हैं.

यात्रा भत्ते पर बोले मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रेम कुमार धूमल के बयान पर भी अपना जवाब देते हुए कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है कि इस तरह के भत्ते बढ़ाए गए हैं. धूमल और वीरभद्र सरकार के कार्यकाल में भी वेतन और भत्तों में बढ़ोतरी की गई थी. केवल विधायकों के आग्रह पर ही यात्रा भत्ते बढ़ाए हैं. इस पर विधायकों को आपत्ति है तो वह मुख्यमंत्री को लिखित में दें और बाद में इस पर कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि जयराम सरकार ने विधानसभा के मानसून सत्र में मंत्री और विधायकों की यात्रा भत्ता बढ़ा दिए थे। यात्रा भत्ते बढ़ाने के बाद इसका चौतरफा विरोध शुरू हो गया है। समाजसेवियों के द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है और विधायकों को गरीब विधायक बता कर चंदा भी एकत्रित किया जा रहा है.
ये भी पढे़ं -मंत्री 'जी' को नहीं यात्रा भत्ता बढ़ने की जानकारी! कहा: बताओ कौन से भत्ता बढ़ा है...ये हल्ला बंद करो

ये भी पढे़ं -'विधायकों की गरीबी हटाओ अभियान': यात्रा भत्ता बढ़ाने के विरोध में सड़कों पर कटोरा लेकर उतरे लोग

Intro:प्रदेश के मंत्रियों और विधायकों के भत्ते बढ़ाने पर जयराम सरकार का हर तरफ से विरोध हो रहा है। वही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी अब इस मामले पर अपना बयान देते हुए कहा है कि भत्ते वापस लेने का फैसला विधायकों का है। उन्होंने कहा कि विधायकों की सहमति से ही यह फैसला लिया गया था और अगर विधायक विधानसभा में कुछ ओर बाहर जाकर कुछ और ही बयान दे रहे हैं तो वह सही नहीं है। ऐसे में अगर विधायकों को यह भत्ते नहीं चाहिए तो विधायक लिखित रूप में उन्हें यह दे सकते हैं जिसके बाद इस पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सदन में जब इस बिल को पास किया गया था तो सभी विधायकों ने इस पर सहमति जताई थी। सदन के अंदर कुछ विधायकों ने कुछ और कहा और अब बाहर जाकर कुछ और कह रहे हैं इस तरह की परिस्थिति नहीं होनी चाहिए।


Body:मुख्यमंत्री ने प्रेम कुमार धूमल के बयान पर भी अपना जवाब देते हुए कहा कि यह पहली बार नहीं है कि इस तरह के भत्ते बढ़ाए गए हैं । धूमल और वीरभद्र सिंह के कार्यकाल में भी वेतन में बढ़ोतरी और भत्तों में बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने कहा कि हमने केवल विधायकों के आग्रह पर ही यात्रा भत्ते बढ़ाए हैं और यदि इस पर विधायकों को आपत्ति है या उन्हें यह भत्ते नहीं चाहिए तो वह मुख्यमंत्री को लिखित यह दे सकतें है।


Conclusion:बता दें कि जयराम सरकार ने विधानसभा के मानसून सत्र में मंत्री और विधायकों की यात्रा भत्ता बढ़ा दिए थे। यात्रा भत्ते बढ़ाने के बाद इसका चौतरफा विरोध शुरू हो गया है। समाजसेवियों के द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है और विधायकों को गरीब विधायक बता कर चंदा भी एकत्रित किया जा रहा है। वही लोग भी सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि आज कल सब हमारा मार्गदर्शन कर रहे है जिसका हम अभिनंदन करते है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.