शिमलाः विधानसभा परिसर में हुए घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अन्य मंत्रियों सहित राजभवन में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से भेंट की. इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चैधरी, शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. राजीव सैजल, बहुउद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा मंत्री सुखराम चैधरी और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री राजेन्द्र गर्ग मौजूद रहे.
'इस घटनाक्रम से उन्हें पहुंचा गहरा दुख'
विधानसभा परिसर में शुक्रवार को हुई इस घटनाक्रम से उन्हें गहरा दुख पहुंचा है. सदन और परिसर में जो हुआ वह सांविधानिक मर्यादाओं के अनुकूल नहीं था. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्यपाल के रूप में उन्होंने बिना भेदभाव सभी का सम्मान किया है और राजभवन में सभी का स्वागत किया है, जिन कांग्रेस विधायकों ने जो आचरण किया, वे खुद सरकार का हिस्सा रहकर सांविधानिक परंपराओं के रक्षक रहे हैं. इसलिए उनकी जिम्मेदारी बढ़ जाती है. उन्होंने अपील की कि सदन में चर्चा कर समस्याओं का समाधान करें और सदन की गरिमा बनाए रखें.
राज्यपाल के साथ हुए दुव्यर्वहार पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बेहद गुस्से में दिखे. इस तरह की शर्मसार कर देने वाली घटना उनके समय में हुई जो इतिहास में दर्ज रहेगी. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष नेता मुकेश अग्रिहोत्री को यहां तक कहा दिया कि वह जमीन पर रहें नहीं तो लोग जमीन में गाड़ देते हैं. उनका कहना था कि विपक्ष के नेता को बेशक उनके शब्दों से आपत्ति होगी, लेकिन साफ है कि जनता ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया है.
मुकेश अग्निहोत्री पंचायत चुनाव में अपनी गृह पंचायत तक में कांग्रेस को जीत नहीं दिलवा पाए जिसकी झुंझलाहट कांग्रेस नेताओं में साफ दिखाई दे रही है. उन्होंने कहा कि सरकार सदन के भीतर उत्तर देने के लिए तैयार है. लेकिन कानून से ऊपर कोई नहीं और कानून तोड़ने की इजाजत किसी को भी नहीं दी जाएगी.
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