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CBSE ने SC के सामने रखा 12वीं के परिणाम का फॉर्मूला, हिमाचल बोर्ड भी अपनाएगा यही तरीका

सीबीएसई ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने 12वीं कक्षा की परीक्षाओं के लिए ग्रेड/अंक देने के लिए अपना मूल्यांकन फॉर्मूला पेश किया है. सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि 12वीं कक्षा के लिए परिणाम कक्षा 10वीं (30% वेटेज) कक्षा 11वीं (30% वेटेज) और कक्षा 12वीं (40% वेटेज) में प्रदर्शन के आधार पर तय किए जाएंगे. सीबीएसई ने 12वीं के लिए 30:30:40 का फॉर्मूला तय किया है.

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Published : Jun 17, 2021, 3:05 PM IST

Updated : Jun 17, 2021, 3:16 PM IST

शिमलाः सीबीएसई ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने 12वीं कक्षा की परीक्षाओं के लिए ग्रेड/अंक देने के लिए अपना मूल्यांकन फॉर्मूला पेश किया है. इस फॉर्मूले के तहत 10वीं-11वीं कक्षा के लिए टर्म परीक्षा के 5 पेपर में से 3 विषयों के थ्योरी पेपर के परफॉर्मेंस के आधार पर मार्क्स मिलेंगे. ये तीन विषय वो होंगे जिनमें स्टूडेंट की परफॉर्मेंस सबसे अच्छी रही होगी

12वीं कक्षा के लिए यूनिट, टर्म और प्रैक्टिकल में प्राप्त अंकों को ध्यान में रखा जाएगा. सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि 12वीं कक्षा के लिए परिणाम कक्षा 10वीं (30% वेटेज) कक्षा 11वीं (30% वेटेज) और कक्षा 12वीं (40% वेटेज) में प्रदर्शन के आधार पर तय किए जाएंगे. सीबीएसई ने 12वीं के लिए 30:30:40 का फॉर्मूला तय किया है. 12वीं कक्षा का परिणाम 30 जुलाई 2021 तक घोषित होंगे. बोर्ड की वेबसाइट cbse.nic.in पर डीटेल दी गई है.

वीडियो.

मॉडरेशन कमेटी करेगी मूल्यांकन की जांच

अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि जहां तक 12वीं के लिए अंतिम अंक प्रदान करने का संबंध है. इसके लिए विभिन्न स्कूल द्वारा अपनाए गए मार्किंग मैकेनिज्म में अंतर को देखने के लिए मॉडरेशन कमेटी हो सकती है. वेणुगोपाल ने अदालत को बताया कि प्रत्येक स्कूल को तीन परीक्षाओं में प्राप्त छात्रों के अंकों पर विचार करने के लिए एक परिणाम समिति बनानी होगी. इस परिणाम समिति को सीबीएसई की मॉडरेशन कमेटी द्वारा जांचा जाएगा. अटॉर्नी जनरल ने यह भी कहा कि जो छात्र अंक प्रणाली से संतुष्ट नहीं होंगे, उन्हें स्थिति सामान्य होने पर अंक सुधार के लिए परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा.

शिक्षाविदों ने किया स्वागत

हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध शिक्षाविद डॉ. मामराज पुंडीर ने सीबीएसई के इस फॉर्मूले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि सीबीएसई का नया फॉर्मूला सभी विद्यार्थियों के हित में है. इस फॉर्मूले को हिमाचल प्रदेश के संदर्भ में देखा जाए, तो भी यह फॉर्मूला विद्यार्थियों का के हित में है. सीबीएसई की ओर से सबसे बेहतर फॉर्मूले का चयन किया गया है.

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड भी इसी फॉर्मूले पर विद्यार्थियों को प्रमोट करेगा. चूंकि हिमाचल प्रदेश में 12वीं कक्षा की अंग्रेजी की परीक्षा हो चुकी है. ऐसे में हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से अंग्रेजी विषय के अंकों के आधार को भी प्रमोशन का आधार बनाया जा सकता है.

ये भी पढ़ें: HPU ने मांगे मेडिकल और इंजीनियरिंग Entrance Exam की कोचिंग के लिए आवेदन

शिमलाः सीबीएसई ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने 12वीं कक्षा की परीक्षाओं के लिए ग्रेड/अंक देने के लिए अपना मूल्यांकन फॉर्मूला पेश किया है. इस फॉर्मूले के तहत 10वीं-11वीं कक्षा के लिए टर्म परीक्षा के 5 पेपर में से 3 विषयों के थ्योरी पेपर के परफॉर्मेंस के आधार पर मार्क्स मिलेंगे. ये तीन विषय वो होंगे जिनमें स्टूडेंट की परफॉर्मेंस सबसे अच्छी रही होगी

12वीं कक्षा के लिए यूनिट, टर्म और प्रैक्टिकल में प्राप्त अंकों को ध्यान में रखा जाएगा. सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि 12वीं कक्षा के लिए परिणाम कक्षा 10वीं (30% वेटेज) कक्षा 11वीं (30% वेटेज) और कक्षा 12वीं (40% वेटेज) में प्रदर्शन के आधार पर तय किए जाएंगे. सीबीएसई ने 12वीं के लिए 30:30:40 का फॉर्मूला तय किया है. 12वीं कक्षा का परिणाम 30 जुलाई 2021 तक घोषित होंगे. बोर्ड की वेबसाइट cbse.nic.in पर डीटेल दी गई है.

वीडियो.

मॉडरेशन कमेटी करेगी मूल्यांकन की जांच

अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि जहां तक 12वीं के लिए अंतिम अंक प्रदान करने का संबंध है. इसके लिए विभिन्न स्कूल द्वारा अपनाए गए मार्किंग मैकेनिज्म में अंतर को देखने के लिए मॉडरेशन कमेटी हो सकती है. वेणुगोपाल ने अदालत को बताया कि प्रत्येक स्कूल को तीन परीक्षाओं में प्राप्त छात्रों के अंकों पर विचार करने के लिए एक परिणाम समिति बनानी होगी. इस परिणाम समिति को सीबीएसई की मॉडरेशन कमेटी द्वारा जांचा जाएगा. अटॉर्नी जनरल ने यह भी कहा कि जो छात्र अंक प्रणाली से संतुष्ट नहीं होंगे, उन्हें स्थिति सामान्य होने पर अंक सुधार के लिए परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा.

शिक्षाविदों ने किया स्वागत

हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध शिक्षाविद डॉ. मामराज पुंडीर ने सीबीएसई के इस फॉर्मूले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि सीबीएसई का नया फॉर्मूला सभी विद्यार्थियों के हित में है. इस फॉर्मूले को हिमाचल प्रदेश के संदर्भ में देखा जाए, तो भी यह फॉर्मूला विद्यार्थियों का के हित में है. सीबीएसई की ओर से सबसे बेहतर फॉर्मूले का चयन किया गया है.

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड भी इसी फॉर्मूले पर विद्यार्थियों को प्रमोट करेगा. चूंकि हिमाचल प्रदेश में 12वीं कक्षा की अंग्रेजी की परीक्षा हो चुकी है. ऐसे में हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से अंग्रेजी विषय के अंकों के आधार को भी प्रमोशन का आधार बनाया जा सकता है.

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Last Updated : Jun 17, 2021, 3:16 PM IST
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