शिमला: राजधानी में एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर कर ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के मामले सामने आए हैं. इसकी शिकायत खुद एसडीएम शहरी नीरज चांदला ने पुलिस में दी है. उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके कार्यालय में 6-7 लाइसेंस फर्जी हस्ताक्षर से बने हैं. इसके बाद से डीसी ऑफिस ही नहीं, बल्कि इस काम से जुड़े सभी कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है.
प्रशासन को आशंका है कि शहर में फर्जी लाइसेंस बनाने का कोई रैकेट चल रहा है. एसडीएम शिमला शहरी की शिकायत पर पुलिस धोखाधड़ी सहित विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत केस दर्ज कर तफ्तीश में जुट गई है.
उप पुलिस अधीक्षक प्रमोद शुक्ला ने बताया कि आइपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है. उन्होंने कहा कि जांच में ही ये पता चलेगा कि जाली लाइसेंस कैसे बनाए गए है. साथ ही कोई गिरोह इस काम में तो नहीं लगा है.
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बता दें कि इस मामले में एसडीएम कार्यालय खुद जांच करने की तैयारी में है. हालांकि कार्यालय को आशंका है कि शहर में लाइसेंस बनाने के काम से जुड़े कुछ लोग ऐसा कर सकते हैं. यहां तक की इस कमाई के धंधे को गति देने के लिए हस्ताक्षर भी खुद करने लगे हैं.