शिमला: प्रदेश में पंचायत चुनावों की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. विधानभा चुनावों की बात की जाए तो यह 2022 में होना है, ऐसे में चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों की सक्रfयता तेज हो गई है. बसपा ने मंगलवार को पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया.
कोरोना संकट में भेदभाव
पत्रकारों से बातचीत करते हुए बहुजन समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नारायण सिंह आजाद ने बताया भाजपा को हराना उनका मकसद है. भाजपा लोगों के साथ दोखा कर रही. उन्हाेंने कहा कि कोरोना काल मे भी प्रदेश सरकार ने गरीब लोगों के साथ भेदभाव किया. लॉकडाउन के दौरान भी भाजपा सरकार ने बड़े-बड़े उद्योगपतियों के कर्जा माफ किया, लेकिन जो प्रवासी मजदूर अपने घर तक नहीं लौट पाए उनके लिए कुछ नहीं किया.
जातिवाद को बढ़ावा भाजपा ने दिया
पार्टी सदस्यों ने आरोप लगते हुए कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश भर में जहां जातिवाद काे बढ़ावा दे रही है. वहीं, महिलाओं के साथ भी अत्याचार बढ़ गए हैं. उनका कहना था कि सरकार ने बस किराया बढ़ाकर गरीब लोगों पर बोझ डाला. उन्होंने दावा किया स्कूलों में मिड डे मील हो या अन्य कार्य्रकम में दलितों को अलग बैठाया जाता है. गरीबों की मदद के लिए कोई भी काम नहीं किए गए हैं.
नारायण सिंह आजाद ने कहा कि भाजपा पार्टी को हटाना प्रदेश के अलावा देश के विकास के लिए अनिवार्य है. जिसके लिए अब बीएसपी अपने प्रत्याशियाें काे चुनाव मैदान में उतारेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2022 में सभी 68 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और सरकार बनाएगी. उनका कहना था कि आने वाले पंचायत चुनाव भी सब जगह चुनाव लड़ा जाएगा.
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