ठियोग: राजधानी शिमला के कोरोना वायरस के कारण अस्पतालों में खून की कमी चल रही है. खून की कमी को पूरा करने के लिए इन दिनों सामाजिक संस्थाओं ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए जगह-जगह रक्तदान शिविर का आयोजन शुरू कर दिया है. प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल IGMC में इन दिनों रक्त की भारी कमी चल रही है, जिससे मरीजों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
खून की कमी को पूरा करने के लिए युवक मंडल और पंचायत स्तर पर भी रक्तदान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं. इसी मकसद से शिमला के पर्यटन स्थल कुफरी में पंचायत और युवक मंडल ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया. इस दौरान APMC के चेयरमेन नरेश शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की.
पंचायत स्तर पर आयोजित इस शिविर में स्थानीय जनता ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया. शिविर में 60 लोगों ने अपना रक्तदान किया, जिसे शिमला के IGMC से आए डॉक्टरों की देखरेख में लिया गया. इस दौरान डॉक्टरों ने लोगों को रक्तदान करने के महत्व और कोरोना महामारी के बारे में जागरूक भी किया.
रक्तदाताओं ने कहा कि उन्हें खुशी हो रही है कि उनका रक्त किसी के काम आ सकेगा. वहीं, स्थानीय पंचायत की प्रधान ने कहा कि खून की कमी को पूरा करने के लिए रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है, जिससे मरीजों को परेशानी न हो. वहीं, बतौर मुख्य अतिथि APMC के चेयरमैन नरेश शर्मा ने कहा कि जिला शिमला के लोग अस्पताल में चल रही खून की कमी को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे मरीजों को कोई परेशानी न हो. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से बचने के लिए सभी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी, जिससे कोरोना से अपना बचाव तिया जा सके.
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