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बजट पेश होने से एक दिन पहले होगी ठेकों की नीलामी, शराब के जरिए राजस्व जुटाएगी सुखविंदर सरकार - हिमाचल में बजट से पहले शराब ठेकों की नीलामी

हिमाचल में बजट 17 मार्च को पेश किया जाएगा,लेकिन ठीक एक दिन पहले यानी 16 मार्च से 3 चरणों में शराब ठेकों की नीलामी शुरू हो जाएगी. हिमाचल में 1800 से ज्यादा शराब दुकानों की नीलामी इस दौरान की जाएगी.

शराब के जरिए राजस्व जुटाएगी सुखविंदर सरकार
शराब के जरिए राजस्व जुटाएगी सुखविंदर सरकार
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Published : Mar 13, 2023, 7:15 AM IST

शिमला: सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार का पहला बजट 17 मार्च को पेश होना है. बजट पेश होने से ठीक एक दिन पहले आबकारी विभाग ने शराब ठेकों की नीलामी की प्रक्रिया शुरू करने का फैसला लिया है. हिमाचल में शराब ठेकों की नीलामी 16 मार्च से 18 मार्च के दरम्यान होगी. आबकारी विभाग को उम्मीद है कि शराब ठेकों की नीलामी से ही कम से कम चार सौ करोड़ रुपए का राजस्व लाइसेंस के रूप में जुटाया जा सकेगा. उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में नई आबकारी नीति को मंजूरी दी है. नई आबकारी नीति की अधिसूचना भी जारी कर दी गई है.

17 रुपए सेस प्रति बोतल होगा: अब राज्य में शराब पर कुल 17 रुपए सेस प्रति बोतल होगा. इसमें काउ सेस व मिल्क सेस आदि शामिल है. राज्य में पूर्व की जयराम सरकार ने शराब की प्रति बोतल पर ढाई रुपए काउ सेस लगाया था. उसके बाद कोविड के दौर में ये दस रुपए प्रति बोतल कोविड सेस लागू किया गया था. अब चूंकि कोविड संकट नहीं रहा तो राज्य सरकार ने भी कोविड सेस को मिल्क सेस में तब्दील कर दिया है. पूर्व में सात रुपए प्रति बोतल कुल सेस था. अब दस रुपए मिल्क सेस के रूप में चुकाने होंगे. इस तरह सभी तरह के सेस मिलाकर प्रति बोतल 17 रुपए सेस हो गया है.

2017 में हुई थी नीलामी: हिमाचल में मौजूदा वित्तीय वर्ष में शराब की बिक्री से 2131 करोड़ रुपए राजस्व जुटाने का लक्ष्य था. अब नई आबकारी नीति में एक साल में 3000 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व मिलने के आसार हैं. इसमें शराब ठेकों की नीलामी के तौर पर कम से कम 300 करोड़ रुपए का राजस्व अलग से होगा.राज्य में तीन दिन तक शराब ठेकों की नीलामी होगी. प्रदेश में वर्ष 2017 में आखिरी बार ठेकों की नीलामी हुई थी.

तीन चरणों में होगी नीलामी: जयराम सरकार के कार्यकाल में हर साल शराब की दुकानों की रिन्यूवल फीस बढ़ाकर ठेके रिन्यू कर दिए गए थे. सुखविंदर सिंह सरकार ने सत्ता में आते ही नीलामी शुरू करने का फैसला लिया है. आबकारी विभाग की तरफ से जारी शेड्यूलके अनुसार 16 मार्च से नीलामी शुरू होगी. पहले चरण में कांगड़ा, हमीरपुर, सोलन, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, किन्नौर व पांगी में ठेके नीलाम होंगे. इसके लिए इच्छुक पार्टियां 14 व 15 मार्च को आवेदन जमा करवा सकेंगी. दूसरे चरण में 17 मार्च को शिमला, बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़, बिलासपुर व नूरपुर के ठेके नीलाम होंगे. फिर चंबा, ऊना, मंडी व सिरमौर की बारी है. इसके लिए 18 मार्च का समय है.

इन जगहों पर होगी नीलामी: आबकारी विभाग ने स्पष्ट किया है कि एक यूनिट के लिए एक ही कारोबारी आवेदन कर सकेगा. जहां तक नीलामी स्थल की बात है तो सोलन में ये नीलामी जिला परिषद हॉल में होगी. कांगड़ा में लायंस क्लब श्याम नगर में नीलामी होगी. इसके अलावा लाहौल-स्पीति व पांगी के ठेके जिला परिषद हॉल कुल्लू में नीलाम होंगे. किन्नौर के लिए ये स्थल रिकांगपियो का बचत भवन रहेगा. इसी तरह हमीरपुर में भी बचत भवन में नीलामी होगी.

शिमला-बिलासपुर में यहां होगी नीलामी: शिमला के ठेके कम्युनिटी हॉल न्यू शिमला में नीलाम होंगे. बिलासपुर के लिए नीलामी का वेन्यू जिला परिषद हॉल रहेगा. नूरपुर के ठेके आबकारी कार्यालय में व बद्दी, बरोटीवाला व नालागढ़ के ठेकों की नीलामी बीबीएनआईए हॉल में होगी. मंडी के ठेके शहर के विपाशा सदन में, सिरमौर के एसएफडीए हॉल नाहन में, चंबा के बचत भवन चंबा में और ऊना के ठेके भी बचत भवन में नीलाम होंगे.

हिमाचल में 1800 से अधिक शराब की दुकान: आर्थिक संकट में फंसी राज्य सरकार विभिन्न स्रोतों से राजस्व जुटाने की कोशिश कर रही है. चूंकि शराब की बिक्री एक ऐसा विषय है, जिसमें सबसे अधिक राजस्व आता है, लिहाजा सरकार ने दूध खरीद की गारंटी पूरा करने के लिए इससे राजस्व जुटाने की कोशिश की है. दस रुपए मिल्क सेस से करोड़ों रुपए का राजस्व आएगा. एक साल में डेढ़ सौ से 200 करोड़ रुपए का राजस्व इसी सेस से इकट्ठा हो सकेगा/ हिमाचल में 1800 से अधिक शराब की दुकानों में शराब की बिक्री होती है, इसमें 300 के करीब अंग्रेजी शराब के ठेके व 1500 से अधिक देशी शराब के ठेके हैं.

ये भी पढ़ें: सुक्खू सरकार ने बदली रीत, सत्ता में आकर पहले ही साल शराब ठेके नीलाम करने का फैसला

शिमला: सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार का पहला बजट 17 मार्च को पेश होना है. बजट पेश होने से ठीक एक दिन पहले आबकारी विभाग ने शराब ठेकों की नीलामी की प्रक्रिया शुरू करने का फैसला लिया है. हिमाचल में शराब ठेकों की नीलामी 16 मार्च से 18 मार्च के दरम्यान होगी. आबकारी विभाग को उम्मीद है कि शराब ठेकों की नीलामी से ही कम से कम चार सौ करोड़ रुपए का राजस्व लाइसेंस के रूप में जुटाया जा सकेगा. उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में नई आबकारी नीति को मंजूरी दी है. नई आबकारी नीति की अधिसूचना भी जारी कर दी गई है.

17 रुपए सेस प्रति बोतल होगा: अब राज्य में शराब पर कुल 17 रुपए सेस प्रति बोतल होगा. इसमें काउ सेस व मिल्क सेस आदि शामिल है. राज्य में पूर्व की जयराम सरकार ने शराब की प्रति बोतल पर ढाई रुपए काउ सेस लगाया था. उसके बाद कोविड के दौर में ये दस रुपए प्रति बोतल कोविड सेस लागू किया गया था. अब चूंकि कोविड संकट नहीं रहा तो राज्य सरकार ने भी कोविड सेस को मिल्क सेस में तब्दील कर दिया है. पूर्व में सात रुपए प्रति बोतल कुल सेस था. अब दस रुपए मिल्क सेस के रूप में चुकाने होंगे. इस तरह सभी तरह के सेस मिलाकर प्रति बोतल 17 रुपए सेस हो गया है.

2017 में हुई थी नीलामी: हिमाचल में मौजूदा वित्तीय वर्ष में शराब की बिक्री से 2131 करोड़ रुपए राजस्व जुटाने का लक्ष्य था. अब नई आबकारी नीति में एक साल में 3000 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व मिलने के आसार हैं. इसमें शराब ठेकों की नीलामी के तौर पर कम से कम 300 करोड़ रुपए का राजस्व अलग से होगा.राज्य में तीन दिन तक शराब ठेकों की नीलामी होगी. प्रदेश में वर्ष 2017 में आखिरी बार ठेकों की नीलामी हुई थी.

तीन चरणों में होगी नीलामी: जयराम सरकार के कार्यकाल में हर साल शराब की दुकानों की रिन्यूवल फीस बढ़ाकर ठेके रिन्यू कर दिए गए थे. सुखविंदर सिंह सरकार ने सत्ता में आते ही नीलामी शुरू करने का फैसला लिया है. आबकारी विभाग की तरफ से जारी शेड्यूलके अनुसार 16 मार्च से नीलामी शुरू होगी. पहले चरण में कांगड़ा, हमीरपुर, सोलन, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, किन्नौर व पांगी में ठेके नीलाम होंगे. इसके लिए इच्छुक पार्टियां 14 व 15 मार्च को आवेदन जमा करवा सकेंगी. दूसरे चरण में 17 मार्च को शिमला, बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़, बिलासपुर व नूरपुर के ठेके नीलाम होंगे. फिर चंबा, ऊना, मंडी व सिरमौर की बारी है. इसके लिए 18 मार्च का समय है.

इन जगहों पर होगी नीलामी: आबकारी विभाग ने स्पष्ट किया है कि एक यूनिट के लिए एक ही कारोबारी आवेदन कर सकेगा. जहां तक नीलामी स्थल की बात है तो सोलन में ये नीलामी जिला परिषद हॉल में होगी. कांगड़ा में लायंस क्लब श्याम नगर में नीलामी होगी. इसके अलावा लाहौल-स्पीति व पांगी के ठेके जिला परिषद हॉल कुल्लू में नीलाम होंगे. किन्नौर के लिए ये स्थल रिकांगपियो का बचत भवन रहेगा. इसी तरह हमीरपुर में भी बचत भवन में नीलामी होगी.

शिमला-बिलासपुर में यहां होगी नीलामी: शिमला के ठेके कम्युनिटी हॉल न्यू शिमला में नीलाम होंगे. बिलासपुर के लिए नीलामी का वेन्यू जिला परिषद हॉल रहेगा. नूरपुर के ठेके आबकारी कार्यालय में व बद्दी, बरोटीवाला व नालागढ़ के ठेकों की नीलामी बीबीएनआईए हॉल में होगी. मंडी के ठेके शहर के विपाशा सदन में, सिरमौर के एसएफडीए हॉल नाहन में, चंबा के बचत भवन चंबा में और ऊना के ठेके भी बचत भवन में नीलाम होंगे.

हिमाचल में 1800 से अधिक शराब की दुकान: आर्थिक संकट में फंसी राज्य सरकार विभिन्न स्रोतों से राजस्व जुटाने की कोशिश कर रही है. चूंकि शराब की बिक्री एक ऐसा विषय है, जिसमें सबसे अधिक राजस्व आता है, लिहाजा सरकार ने दूध खरीद की गारंटी पूरा करने के लिए इससे राजस्व जुटाने की कोशिश की है. दस रुपए मिल्क सेस से करोड़ों रुपए का राजस्व आएगा. एक साल में डेढ़ सौ से 200 करोड़ रुपए का राजस्व इसी सेस से इकट्ठा हो सकेगा/ हिमाचल में 1800 से अधिक शराब की दुकानों में शराब की बिक्री होती है, इसमें 300 के करीब अंग्रेजी शराब के ठेके व 1500 से अधिक देशी शराब के ठेके हैं.

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