रोहड़ू: जिला शिमला के रोहड़ू उपमंडल में एपीएमसी के चेयरमैन नरेश शर्मा और एपीएमसी के एमडी नरेश ठाकुर ने प्रेस वार्ता का आयोजन किया. इस दौरान उन्होंने संयुक्त रूप से बताया कि इस साल आढ़ती सड़क किनारे सेब नहीं बेच पाएंगे. सब्जी मंडी को एक अगस्त से महेंदली में निर्माणाधीन मंडी में शिफ्ट किया जा रहा है. मंडी में आने वाले हर व्यक्ति की एपीएमसी द्वारा थर्मल स्कैनिंग की जाएगी.
एपीएमसी के चेयरमैन ने कहा कि मौजूदा वक्त में रोहड़ू में सब्जी मंडी बीच बाजार में चल रही है. जिसे देखते हुए महेंदली में पब्बर नदी के किनारे विश्व बैंक की सहायता से मंडी का निर्माण किया जा रहा है. इस बार कोराना महामारी के चलते यह निर्णय लिया गया है कि सेब मंडी महेंदली में ही लगेगी. जिसकी व्यवस्था की जा रही है. महेंदली में ऑक्शन यार्ड बनकर तैयार हो चुका है, जिसमें करीब 95 आढ़तियों को दुकानें दी जाएंगी.
नरेश शर्मा ने कहा कि जो आढ़ती रोहड़ू में सड़क किनारे सेब बेचेगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी. इसके अतिरिक्त सरकार ने अस्थाई मंडी को रैली मैदान चिड़गांव, खड़ापत्थर, अंटी, समाला मैदान में भी खोलने का निर्णय लिया है. सेब सीजन में एक स्थान पर भीड़ कम करने के उदेश्य से यह फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि आढ़ती बागवानों से कमीशन नहीं वसूल सकते हैं. बागवानों से अनलोडिंग का ही पैसा लिया जा सकता है.
एपीएमसी के चेयरमैन ने कहा कि अगर किसी बागवान से तय दामों से अतिरिक्त वसूली करने की शिकायत एपीएमसी को मिलती है तो आढ़ती के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. आढ़ती का लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है. उन्होंने बगावनों से अपील की है कि सेब बेचने के बाद आढ़ती से सेब का बिक्री परचा अवश्य लें.
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