शिमला: पुलिस महकमे में आईपीएस अधिकारी राजनेता के शह पर काम कर रहे हैं जिससे राजनेता अपनी सत्ता का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं. ऐसे में हमेशा ही पुलिस के छोटे कर्मचारियों पर गाज गिरती है. यह आरोप शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान ऑल इंडिया पुलिस मेन फेडरेशन के अध्यक्ष दिलावर सिंह ने लगाए हैं. उन्होंने आरोप लगाए कि देश के कई आईपीएस अधिकारी पुलिस वेलफेयर के पैसों का सही से उपयोग नहीं करते हैं और घोटाले करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं.
दिलावर सिंह ने कहा कि पुलिस के लिए एक आयोग बनाया जाए, जिसमें पुलिस की भी जवाबदेही सुनिश्चित हो. हमेशा देखा जाता है कि जब भी कोई बड़ा मामला होता है तो ऐसे में अगर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते हैं, तो बड़े आईपीएस अधिकारी राजनेता के शह पर काम कर बच जाते हैं. ऐसे में छोटे कर्मचारियों की हमेशा ही मुश्किलें बढ़ जाती हैं और आईपीएस बच जाते हैं. दिलावर सिंह ने कहा कि अंग्रेजों ने कानून राज करने के लिए बनाए थे, न कि जनता की सेवा के लिए बनाए गए थे. आजादी के वर्षों बाद भी यही कानून चल रहे हैं. इनको बदलने और इनमें सुधार करने की जरूरत है.
दिलावर सिंह ने कहा कि पुलिस कर्मियों के कल्याण के लिए कुछ नहीं किया जा रहा. हिमाचल सहित भारत में पुलिस का दुरुपयोग हो रहा है, जबकि लोकतंत्र में ऐसे नहीं होना चाहिए. एसएचओ के ऊपर वाले पुलिस अफसरों का कोई काम नहीं होता है. अगर काम होता है तो एसएचओ लेवल पर ही होता है. उन्होंने कहा कि पुलिस को जनता के प्रति जवाबदेह बनाया जाए.
वहीं, इस दौरान उपाध्यक्ष सीएस रावत भी पत्रकारवार्ता में मौजूद रहे. उन्होंने पुलिस कर्मचारियों के हित में लड़ाई लड़ने के लिए जोर दिया और कहा कि कर्मचारियों को पूरा हक दिलाएंगे. उन्होंने कहा कि 21 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश भवन नई दिल्ली में निर्णायक भूमिका निभाने और अपने राष्ट्रीय लक्ष्य प्राप्ति के लिए संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा.
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