शिमला: बुधवार को हिमाचल बीजेपी के अध्यक्ष राजीव बिंदल ने इस्तीफा क्या दिया हिमाचल ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों के कांग्रेसियों के हाथ मानो बटेर लग गया. हिमाचल के स्वास्थ्य विभाग में सामने आए घूसकांड के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल के इस्तीफे के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए इसे महामारी में मुनाफाखोरी का नाम देते हुए बीजेपी पर निशाना साधा.
एमपी कांग्रेस के इस ट्वीट को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश सरकार और बीजेपी संगठन पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है कि ''क्या यह साहस वीडी शर्मा, शिवराज और उनके परिवारजनों के भ्रष्टाचार पर दिखायेंगे ? देखते हैं.
बता दें कि वीडी शर्मा मध्यप्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष हैं और दिग्विजय सिंह ने बिंदल के इस्तीफे का हवाला देकर मध्यप्रदेश बीजेपी और शिवराज सरकार पर निशाना साधा है.
वहीं, हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने भी बिंदल के इस्तीफे के बाद बीजेपी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है कि ''शर्मनाक, कोरोना महामारी आमजन के लिए आपदा है, लेकिन कुछ लोगों के लिए भ्रष्टाचार की फसल काटने का समय है.
दरअसल हिमाचल में बीते दिनों 43 सेकेंड का एक ऑडियो वायरल हुआ था. जिसमें 5 लाख रुपये के लेन-देन की बात हो रही थी और इस ऑडियो में स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. अजय गुप्ता की आवाज थी. जिसके बाद मामला विजिलेंस तक पहुंचा और विजिलेंस ने अजय गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था. जिसके बाद कोर्ट ने फिलहाल अजय गुप्ता को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है.
इस मामले के तार कहीं ना कहीं राजीव बिंदल से जुड़ रहे थे. जिसे देखते हुए विरोधी सरकार को घेर रहे थे. भाजपा के कुछ आला नेता भी इस मामले के बाद अपनी ही सरकार के खिलाफ मुखर हुए थे. हालांकि विजिलेंस जांच में अब तक इस मामले में राजीव बिंदल का सीधा जुड़ाव सामने नहीं आया है, लेकिन मामले को तूल पकड़ता देख बुधवार को राजीव बिंदल ने नैतिक मूल्यों का हवाला देते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था.
बिंदल ने इस्तीफे की चिट्ठी के साथ एक वीडियो संदेश भी जारी किया था. बिंदल के इस्तीफे को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार शाम मंजूर कर लिया था.
बिंदल के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष इस मामले को अनावश्यक रूप से तूल दे रहा है. जबकि राजीव बिंदल ने बार-बार आरोप लगने पर नैतिक आधार पर इस्तीफा दिया है.
वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए बीजेपी की नीयत पर सवाल उठाए हैं.
उधर हिमाचल विधानसभा में नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने बिंदल के इस्तीफे के बाद कहा कि बड़ी-बड़ी बातें करने वाली बीजेपी का चाल, चरित्र और चेहरा बेनकाब हो गया है और मामले की जांच होनी चाहिए.
कुल मिलाकर हिमाचल के सियासी गलियारों से उठा ये उबाल देश के दूसरे राज्यों में भी कांग्रेस के लिए बड़ा मुद्दा बन रहा है. वहीं हिमाचल में इस मामले के बाद जयराम सरकार और बीजेपी संगठन में समीकरण बदलना तय है.