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IGMC में PET ब्लॉक बनाने के लिए सरकार की प्रशासनिक मंजूरी, नहीं जाना पड़ेगा लोगों को बाहर - शिमला की ताजा खबरें

हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में पैट ब्लॉक बनाने को लेकर सरकार ने प्रशासनिक मंजूरी को हरी झंडी दिखा दी है. अब जल्द यहां इस दिशा में काम शुरू होगा. स्कैन मशीन के शुरू होने के बाद लोगों को प्रदेश से बाहर नहीं जाना पडे़गा.

IGMC में PET ब्लॉक बनाने के लिए सरकार की प्रशासनिक मंजूरी
IGMC में PET ब्लॉक बनाने के लिए सरकार की प्रशासनिक मंजूरी
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Published : May 8, 2023, 8:18 AM IST

शिमला: आईजीएमसी में पैट ब्लॉक बनाने के लिए सरकार ने बजट को लेकर प्रशासनिक मंजूरी दे दी है. स्कैन मशीन का शिलान्यास के बाद अब इसे लगाने से लेकर अन्य कार्यों के लिए मंजूरी मिल गई है. मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मार्च महीने में इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी ) में 45.68 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से बनने वाले पहले पीईटी ब्लॉक की आधारशिला रखी थी.

पैसे और समय की बचत होगी: उन्होंने 21 करोड़ रुपए की पोजीट्रान एमिशन टोमोग्राफी (पीईटी) सीटी मशीन, 9 करोड़ रुपए स्पैक्ट सीटी मशीन के लिए व 15.68 करोड़ रुपए की राशि निर्माण कार्यों के लिए आधारशिला रखी थी. पीईटी की सुविधा प्रदेश में प्राप्त होने से लोगों के पैसे और समय की बचत होगी. पीईटी ब्लॉक का कार्य पूरा हो जाने के बाद यह कार्डियोलॉजी, मनोचिकित्सा, यूरोलॉजी और अन्य विभागों के अलावा कैंसर का पता लगाने, प्रतिक्रिया और फॉलोअप की सुविधा प्रदान में सहायक होगा.

तीन मंजिला बनेगा भवन: पीईटी ब्लॉक तीन मंजिला इमारत होगी, इसमें मरीजों, डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए आधुनिक सुविधाओं के अलावा लगभग 50 वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य एक वर्ष के भीतर सभी मेडिकल कॉलेजों में पीईटी स्कैन सुविधाएं स्थापित करना है.

पेट स्कैन के लिए नहीं जाना होगा राज्य से बाहर: पैट स्कैन करवाने के लिए ये सुविधा शुरू होने के बाद मरीजों को राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा. वर्तमान में इस टेस्ट के लिए मरीजों को राज्य के बाहर जाना पड़ता है.अभी प्रदेश में ये सुविधा न होने से मरीजों को पीजीआई या राज्य से बाहर जाना पड़ता है. इससे उनपर अधिक वित्तीय भार भी पड़ता है.

ये भी पढे़ं : आईजीएमसी व टांडा अस्पताल में छह महीने में शुरू होगी रोबोटिक सर्जरी, मुख्यमंत्री ने एक पखवाड़े में मांगी रिपोर्ट

शिमला: आईजीएमसी में पैट ब्लॉक बनाने के लिए सरकार ने बजट को लेकर प्रशासनिक मंजूरी दे दी है. स्कैन मशीन का शिलान्यास के बाद अब इसे लगाने से लेकर अन्य कार्यों के लिए मंजूरी मिल गई है. मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मार्च महीने में इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी ) में 45.68 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से बनने वाले पहले पीईटी ब्लॉक की आधारशिला रखी थी.

पैसे और समय की बचत होगी: उन्होंने 21 करोड़ रुपए की पोजीट्रान एमिशन टोमोग्राफी (पीईटी) सीटी मशीन, 9 करोड़ रुपए स्पैक्ट सीटी मशीन के लिए व 15.68 करोड़ रुपए की राशि निर्माण कार्यों के लिए आधारशिला रखी थी. पीईटी की सुविधा प्रदेश में प्राप्त होने से लोगों के पैसे और समय की बचत होगी. पीईटी ब्लॉक का कार्य पूरा हो जाने के बाद यह कार्डियोलॉजी, मनोचिकित्सा, यूरोलॉजी और अन्य विभागों के अलावा कैंसर का पता लगाने, प्रतिक्रिया और फॉलोअप की सुविधा प्रदान में सहायक होगा.

तीन मंजिला बनेगा भवन: पीईटी ब्लॉक तीन मंजिला इमारत होगी, इसमें मरीजों, डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए आधुनिक सुविधाओं के अलावा लगभग 50 वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य एक वर्ष के भीतर सभी मेडिकल कॉलेजों में पीईटी स्कैन सुविधाएं स्थापित करना है.

पेट स्कैन के लिए नहीं जाना होगा राज्य से बाहर: पैट स्कैन करवाने के लिए ये सुविधा शुरू होने के बाद मरीजों को राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा. वर्तमान में इस टेस्ट के लिए मरीजों को राज्य के बाहर जाना पड़ता है.अभी प्रदेश में ये सुविधा न होने से मरीजों को पीजीआई या राज्य से बाहर जाना पड़ता है. इससे उनपर अधिक वित्तीय भार भी पड़ता है.

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