शिमलाः देश-प्रदेश कोरोना की दूसरी लहर की वजह से परेशान हैं. हिमाचल प्रदेश में भी करीब 20 हजार मामले सक्रिय हैं. संकट के इस दौर में कई सामाजिक संगठन और छात्र संगठन लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. राजधानी शिमला में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मेडिविजन के साथ मिलकर मिशन आरोग्य के तहत काम कर रहा है.
थर्मल स्क्रीनिंग और ऑक्सीजन लेवल की जांच कर रहे कार्यकर्ता
एबीवीपी ने मेडिविजन के साथ मिलकर शनिवार को शिमला के नाभा इलाके में घर-घर जाकर लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग और ऑक्सीजन लेवल की जांच की. इसके अलावा जरूरतमंद लोगों को मास्क और सैनिटाइजर भी बांटे गए.
इस दौरान कार्यकर्ता पीपीई कित पहनकर लोगों की स्कैनिंग स्क्रीनिंग और ऑक्सीजन लेवल की जांच करते हुए नजर आए. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और मेडिविजन की ओर से लोगों को कोरोना से बचाव के नियमों के पालन करने के अलावा कोरोना वायरस के लक्षण दिखने पर टेस्ट कराने के बारे में भी जानकारी दी जा रही है.
500 से ज्यादा परिवार की कर चुके हैं स्क्रीनिंग
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला शिमला संयोजक मयंक कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच कार्यकर्ता लोगों की घर-घर जाकर थर्मल स्क्रीनिंग और ऑक्सीजन लेवल की जांच कर रहे हैं. मयंक ने बताया कि अब तक शहर भर में 500 से ज्यादा परिवारों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. आने वाले समय में भी यह अभियान जारी रहेगा.
लोगों से नियमों के पालन की अपील
भले ही हिमाचल प्रदेश में संक्रमण के आंकड़ों में गिरावट देखने को मिल रही है, लेकिन इस बीच सभी को चाहिए कि कोरोना से बचाव के नियमों का सही तरह पालन करें, ताकि कोरोना संक्रमण से यह लड़ाई जीती जा सके.
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