शिमला: राजधानी शिमला में पिछले 24 घंटों में कोरोना ने कहर बरपाया है. पिछले 24 घंटे में आईजीएमसी में सात मरीजों की मौत हो गई. वहीं, शिमला के कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल रिपन में दो और लोगों ने दम तोड़ दिया. मामलों की पुष्टि एमएस रिपन डॉक्टर रमेश चौहान ने की है
बता दें कि कुछ दिनों से हिमाचल में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. शिमला में 1 नवंबर से 10 नंवबर की दोपहर तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है. 31 अक्टूबर तक शिमला में कोरोन के 2498 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 10 अक्टूबर दोपहर तक 3486 मामले दर्ज किए जा चुके हैं. ये आंकड़े डराने वाले हैं.
आईजीएमसी समेत डेडिकेटड कोविड केयर अस्पताल रिपन में मरीजों को एडमिट करने के लिए जगह नहीं बची है. रविवार को अब दोनों अस्पतालों ने प्रदेश के अन्य अस्पतालों से कोविड मरीजों को रेफर ना करने के लिए कहा था.
इसके लिए बकायदा सभी अस्पतालों से आईजीएमसी के प्रशासनिक अधिकारियों ने बात की थी. रविवार को आईजीएमसी-डीडीयू के कोविड वॉर्ड में सभी बैड भर चुके थे. एक भी मरीज को एडमिट करने के लिए जगह नहीं बची थी. अब अस्पतालों में भर्ती कोविड मरीजों को छुट्टी मिलने पर ही नए मरीजों को भर्ती किया जाएगा. आईजीएमसी में कोरोना मरीजों के लिए 85 बैड आइसोलेशन और ट्राइस में लगाए गए हैं. यह सभी बैड रविवार को भर चुके थे.
प्रदेश के अन्य अस्पताल आईजीएमसी में किसी भी कोविड मरीज को रेफर करने से पहले अस्पताल के अधिकारियों से पुष्टि करेंगे कि आईजीएमसी में बैड खाली है या नहीं. इसके बाद ही मरीजों को रेफर किया जाएगा.
पढ़ें: पूरे BBMB अस्पताल सुंदरनगर में घूमा कोरोना संक्रमित, हॉस्पिटल 2 दिन के लिए बंद
पढ़ें: शिमला में लोग उड़ा रहे कोविड नियमों की धज्जियां, DC ने लोगों से की सावधानी बरतने की अपील