शिमला: पंचायती राज संस्थाओं के तीसरे और अंतिम चरण में प्रदेश की 1137 ग्राम पंचायतों में चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हो गया. राज्य मुख्यालय में प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग 81 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया. महिलाओं का मत प्रतिशत लगभग 83 प्रतिशत रहा.
अंतिम चरण के मतदान के लिए 49 कोरोना संक्रमित मरीजों और होम क्वारंटाइन में रह रहे मतदाताओं ने भी मतदान किया. शाम चार बजे के बाद इन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड के अन्य नियमों का पालना करते हुए वोट डाला.
हिमाचल में सबसे अधिक 94 प्रतिशत मतदान सोलन जिला के नालागढ़ विकास खण्ड की ग्राम पंचायत लोधी माजरा में दर्ज किया गया. अंतिम चरण के मतदान के बाद अब जिला परिषद् व पंचायत समिति के मतों की गणना 22 जनवरी, 2021 को खण्ड मुख्यालयों पर की जाएगी.
राज्य निर्वाचन आयोग ने जताया आभार
राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रदेश के सभी पंचायती राज संस्थाओं के मतदाताओं तथा समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों, कानून व व्यवस्था से संबंधित अधिकारियों व समस्त प्रत्याशियों का प्रदेश में शान्तिप्रिय व सुचारू निर्वाचन कराने के लिए आभार व्यक्त किया है.
23 जनवरी को खत्म होगी आचार संहिता
प्रदेश में चुनाव आचार संहिता 23 जनवरी, 2021 को समाप्त हो जाएगी. प्रदेश में पंचायतीराज संस्थाओं के चुनावों के लिए 972 मतदान केंद्र अति संवेदनशील घोषित किए गए थे. इसके अलावा 2830 मतदान केंद्र संवेदनशील और 7744 मतदान केंद्र सामान्य घोषित थे. प्रदेश में तीन चरणों में कुल 21,198 मतदान केंद्रों पर मतदान संपन्न हुआ.
तीन चरणों में संपन्न हुए पंचायत चुनाव
हिमाचल में पंचायत चुनाव के लिए 17 जनवरी को 1227 पंचायतों में पहले चरण के लिए मतदान हुआ था. इसके बाद 19 जनवरी को 1208 ग्राम पंचायतों के लिए मतदान हुआ. अब 21 जनवरी यानी आज 1137 ग्राम पंचायतों के लिए वोट डाले गए. हिमाचल में कुल 3583 पंचायतों के लिए चुनाव करवाए गए.
प्रदेश में ऊना जिले की अंबोटा पंचायत सबसे बड़ी पंचायत थी, अंबोटा ग्राम पंचायत में कुल 4353 मतदाता थे, इसके अलावा प्रदेश की सबसे छोटी पंचायत पूह की सुमारा पंचायत है जहां केवल 163 मतदाताओं का नाम सूचि में शामिल था.
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