शिमला: प्रदेश के स्कूलों में 16 से 19 अक्टूबर तक हुई ई पीटीएम की रिपोर्ट समग्र शिक्षा विभाग के पास आ चुकी है. सभी जिलों से समग्र शिक्षा के पास आई इस रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में 26 फीसदी अभिभावक अभी भी ऐसे हैं जो कोरोना के संकट में अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं, जबकि 74 फीसदी अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल में मार्गदर्शन के लिए भेजने पर सहमति जताई है. अभिभावक चाह रहे हैं कि अगर उनके बच्चों को किसी विषय को पढ़ने में दिक्कत आ रही हैं तो वह स्कूल जा कर मार्गदर्शन शिक्षकों से ले सकते हैं. अभिभावकों इसके लिए अपने बच्चों को सहमति पत्र देने के लिए भी तैयार है.
ई-पीटीएम के दूसरे चरण में प्रदेश में 80 फीसदी अभिभावकों के साथ जहां ऑनलाइन संवाद शिक्षकों ने किया है तो वहीं 13 फीसदी अभिभावक ऐसे भी हैं जिन्हें स्कूल बुलाकर उनसे संवाद किया गया है. ई-पीटीएम के दौरान जहां शिक्षकों ने अभिभावकों से स्कूल खोलने को लेकर भी उनकी राय जानी है. इसके साथ ही अगर स्कूलों को खोला जाता है तो किस तरह की व्यवस्था स्कूलों में बच्चों को कोरोना-वायरस से बचाने को लेकर की जा सकती है.
इस बाबत भी सुझाव अभिभावकों से लिए गए हैं जिसकी रिपोर्ट सभी जिलों से समग्र शिक्षा विभाग के पास भेज दी गई है. जो रिपोर्ट विभाग के पास आई है उसे यह भी पता चल रहा है कि अभिभावकों को ई-पीटीएम का कांसेप्ट बेहद पसंद आया है. लगभग 89 फीसदी अभिभावकों ने यह कहा है कि भविष्य में भी इस तरह के ई पीटीएम का आयोजन होना चाहिए जिससे वह शिक्षकों से संवाद कर सकें और उन्हें अपने बच्चों के पढ़ाई से जुड़ी जानकारी भी मिल सकें.
बता दें कि स्कूलों की ओर से 16 से 19 अक्टूबर तक ईपीटीएम के माध्यम से अभिभावकों के साथ संवाद किया गया. इस संवाद के दौरान स्कूलों ने जहां अभिभावकों को अपने छात्रों की फर्स्ट टर्म की परीक्षा में उनका प्रदर्शन किस तरह से रहा है, उसके बारे में जानकारी दी. वही जो ऑनलाइन क्विज हर सप्ताह समग्र शिक्षा की ओर से करवाया जा रहा है. उसमें छात्रों का प्रदर्शन किस तरह का है इसके बारे में भी अभिभावकों को बताया गया.
ई पीटीएम के दौरान शिक्षकों ने अभिभावकों को स्कूल खोलने को लेकर स्कूल प्रबंधन की क्या तैयारियां है उसके बारे में भी जानकारी दी. किस तरह की व्यवस्था स्कूल प्रबंधन की ओर से स्कूलों में बच्चों को कोरोना से बचाने को लेकर की गई है उसके बारे में भी जानकारी अभिभावकों को दी गई. इसके साथ ही अभिभावकों के भी सुझाव लिए गए हैं. अब यह रिपोर्ट विभाग की ओर से सरकार को सौंपी जाएगी जिसके आधार पर सरकार प्रदेश में स्कूलों को खोलने का फैसला लेगी.
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