शिमला: हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में टीजीटी सहित अन्य शिक्षकों के 5291 पद भरे जाएंगे. इसमें मौजूदा समय में खाली पदों के साथ ही 31 दिसंबर 2023 तक होने वाली खाली पद शामिल हैं. प्रदेश सरकार ने इनकी भर्ती को लेकर शिक्षा विभाग को निर्देश दिए हैं. शिक्षा विभाग को बैचवाइज पदों की भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू करने के निर्देश भी शिक्षा विभाग को दिए हैं. इसके साथ ही सरकार ने ड्राइंग मास्टर (डीएम) फिजिकल एजुकेशन टीचर्स (पीईटी) शिक्षकों के पद रेशनेलाइजेशन के माध्यम से भरने के भी आदेश दिए हैं.
शिक्षा विभाग में टीजीटी, शास्त्री और जेबीटी पदों की भर्तियां की जाएंगी. सरकार ने 5291 को भरने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश शिक्षा विभाग को दिए हैं. शिक्षा विभाग में जिन शिक्षकों की भर्तियां की जाएंगी, उनमें टीजीटी आर्ट्स, टीजीटी नॉन मेडिकल, टीजीटी मेडिकल, शास्त्री और जेबीटी के पद शामिल हैं. टीजीटी आर्ट्स के सबसे ज्यादा 1070 पद भरे जाएंगे. टीजीटी नॉन मेडिकल के 776 पद, टीजीटी मेडिकल के 430 पद, शास्त्री के 494 पद शामिल हैं. इसके अलावा प्राइमरी स्कूलों में जेबीटी के 2521 पदों पर भी भर्तियां की जाएंगी.
सरकार के निर्देशों के अनुसार शिक्षा विभाग में ये भर्तियां मौजूदा भर्ती एवं पदोन्नति नियमों के तहत ही किए जाएंगी. मौजूदा समय में टीजीटी , शास्त्री और जेबीटी के भर्ती एवं पदोन्नति नियमों के मुताबिक ही ये भर्तियां होंगी.सरकार ने शिक्षा विभाग को इन भर्तियों के लिए प्रक्रिया पूरी करने को कहा है. सरकार ने बैच वाइज भर्तियों की प्रक्रिया जल्द शुरू करने के निर्देश भी शिक्षा विभाग को दिए हैं.
नियमानुसार किसी भी सरकारी भर्तियों में 50 फीसदी पद सीधी भर्तियों के माध्यम से की जाती हैं. अभी तक ये पद राज्य कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम की जाते रहे हैं. हालांकि सरकार ने इसको भंग कर रखा है और इसके बाद हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग तृतीय श्रेणी कर्मचारियों की भर्तियों के लिए गठित करने का ऐलान किया है. ऐसे में ये भर्तियां नए चयन आयोग के गठित होने के बाद ही शुरू हो पाएंगी. हालांकि बैचवाइज भर्तियां संबंधित जिलों के उप शिक्षा निदेशक अपने स्तर पर करेंगे. ऐसे में शिक्षा विभाग बैच वाइज भर्तियां जल्द शुरू कर सकता है.
डीएम-पीईटी के शिक्षकों के पद रेशनेलाइजेशन से भरेगी सरकार: सरकार ने डीएम और पीईटी शिक्षकों के पद मौजूदा शिक्षकों के रेशनेलाइजेशन के माध्यम से ही भरने का फैसला लिया है. सरकार ने शिक्षा विभाग को आदेश दिए हैं कि जिन स्कूलों में 100 से कम बच्चे कला विषय में होंगे, उनसे 100 से ज्यादा बच्चों वाले स्कूलों को ये शिक्षक ट्रांसफर किए जाएंगे. इसी तरह पीईटी शिक्षकों को भी 100 से कम बच्चों से 100 से अधिक स्कूलों के बच्चों वाले स्कूलों में भेजा जाएगा. हालांकि जिन स्कूलों में 100 से कम बच्चे हैं, वे सरकार के इस फैसले से प्रभावित होंगे. इन बच्चों को दूसरे स्कूलों में शिफ्ट होना पड़ेगा या उनको ये विषय छोड़ने पड़ेंगे.उल्लेखनीय है कि कैबिनेट ने 17 मई को शिक्षा विभाग में 5291 पदों को भरने की मंजूरी दी थीं. इस तरह करीब चार माह बाद सरकार ने अब शिक्षा विभाग को इन पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है.