करसोग: कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में जहां कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं. हजारों लोग बीमार पड़े हुए हैं. दूसरी तरफ इस वायरस के प्रकोप से बचे लोगों का रहन-सहन भी एकदम बदल गया है. इसी बीच करसोग में कोरोना महामारी के दौरान युवाओं ने आगे बढ़ते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए पहल की है.
करसोग उपमंडल की मैहरन पंचायत के कुछ युवाओं ने पर्यावरण संरक्षण एवं समाज सुधार कमेटी का गठन कर धरती पर हरियाली को बचाने का बीड़ा उठाया है. साथ ही धरती को हराभरा करने का भी संकल्प लिया है. सदस्यों ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को भी दी है. दो से तीन दिनों में लिखित तौर पर भी विभाग को इस बारे में सूचित किया जाएगा.
मानसून सीजन में अतिक्रमण से मुक्त हुई भूमि पर वन विभाग के सहयोग से पौध रोपण भी किया जाएगा. पर्यावरण संरक्षण एवं समाज सुधार कमेटी के सदस्यों ने अतिक्रमण हटाते समय सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा. कमेटी में अभी पंचायत के विभिन्न गांव के 10 सदस्यों को जोड़ा गया है, जिसमें ग्राम पंचायत मैहरन के जिंगल वार्ड सदस्य को भी शामिल किया गया है.
पर्यावरण संरक्षण एवं समाज सुधार कमेटी अवैध कटान करने वालों पर भी शिकंजा कसेगी. कमेटी जंगलों को नुकसान पहुंचाने वालों पर नजर रखेगी. पेड़ काटने का मामला सामने आता है तो इसकी सूचना तुरन्त प्रभाव से वन विभाग को दी जाएगी. अवैध कटान को रोकने के लिए पहले लोगों को जागरूक किया जाएगा.
वन मंडल करसोग के डीएफओ आरके शर्मा का कहना है कि युवाओं की अच्छी पहल है. वन विभाग इसमें पूरा सहयोग करेगा. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने वन भूमि पर अतिक्रमण किया है ऐसे लोग भी युवाओं से प्रेरणा लें. अगर कहीं पर अवैध कटान होता है तो ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.