सरकाघाट/मंडी: जिले के सरकाघाट में एक बड़ा हादसा हुआ है. यहां सिविल अस्पताल सरकाघाट में पानी की टंकी गिर गई. अस्पताल में पानी की टंकी गिरने की यह घटना बुधवार आधी रात की है. गनीमत ये रही की इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है.
हालांकि घटना के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई. यहां दाखिल मरीजों और उनके तीमारदारों को हादसे के बाद कड़ाके की ठंड के बीच अस्पताल के आंगन में रात गुजारनी पड़ी. इस टंकी के गिरने का अंदेशा पहले से ही था, इसलिए एहतियातन जिस भवन पर ये गिरी है उसे पहले ही खाली करवा लिया गया था.
नए ठेकेदार को मिला था निर्माण कार्य का टेंडर
अस्पताल के पुराने भवन के पीछे 12 करोड़ रुपये की लागत से एक नए भवन का निर्माण कार्य चल रहा है. इस भवन निर्माण के लिए अस्पताल के साथ लगती पहाड़ी की खुदाई की गई थी. यह खुदाई दो वर्ष पहले हुई थी और पहले वाला ठेकेदार काम छोड़ कर चला गया है और नए ठेकेदार को निर्माण कार्य का टेंडर जारी किया गया था.
नए ठेकेदार को टेंडर मिलने के बाद निर्माण कार्य भी जोरों से चल रहा था, लेकिन इस टैंक और पहाड़ी की दरकती जमीन की ओर किसी ने भी कोई खास तवज्जो नहीं दी. हालांकि, इस टैंक जो अस्पताल के उपर निर्मित किया गया था के गिरने का अंदेशा सभी को था लेकिन ठेकेदार द्वारा अपना काम जारी रखा गया और इस टैंक को गत दिन उस समय खाली कराया गया जब यह नीचे की ओर दरकने लगा.
अस्पताल के एक कमरे और 60 लाख की मशीनरी को नुकसान
स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि पहले पहाड़ी पर प्रोटेक्शन वॉल लगनी चाहिए थी और उसके बाद ही निर्माण कार्य आरम्भ किया जाता, लेकिन निर्माण कार्य पहले ही शुरू हो गया. जब रात को यह हादसा हुआ तो बड़े जोर के धमाके के साथ टैंक करीब 150 फुट की ऊंचाई से गिरा और उसके बाद अस्पताल का एक कमरा और ठेकेदार की 60 लाख रुपये की मशीनरी पूरी तरह नष्ट हो गई.
इस बारे एसएमओ डॉ. पीएल वर्मा ने बताया कि हादसे की सूचना उन्हें उसी वक्त मिल गई थी और उन्होंने मौके पर आकर पहले रोगियों और तमीरदारों कि सुरक्षा व्यवस्था को जांचा और आला अधिकारियों को भी सूचित कर दिया. इधर अधिशाषी अभियंता लोनिवि सरकाघाट विनोद शर्मा ने बताया कि इस संदर्भ में संबंधित ठेकेदार को पहले ही सचेत कर दिया था. एसडीएम सरकाघाट जफर इकबाल ने मामले की पुष्टि की है.