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Pong Dam: पौंग डैम से छोड़ा गया पानी, पौंग झील का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे

मंडी जिले में पंडोह बांध से पानी को रिलीज किया गया है. जिसकी वजह से पौंग झील का जलस्तर 1364.24 फीट दर्ज किया गया. हालांकि, पौंग का झील का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है. (water released from pong dam)(pandoh dam water released)

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Published : Jul 13, 2023, 7:29 AM IST

मंडी: हिमाचल के जिला मंडी स्थित पंडोह बांध से पानी छोड़े जाने के कारण पौंग झील का बुधवार को जलस्तर 1364.24 फीट रिकॉर्ड किया गया. पौंग झील में 55,557 क्यूसेक पानी की आमद हो रही है. जबकि पौंग पावर हाउस की टरबाइनों के माध्यम से 18,324 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. अभी तक पौंग झील का जलस्तर खतरे के निशान से 26 फीट नीचे है.

पौंग बांध में 1,410 फीट तक पानी संग्रहन करने की क्षमता है, लेकिन जलस्तर 13,90 फीट पहुंचने पर खतरे के निशान को छू जाता है. पौंग झील में पानी की आमद लगातार बढ़ती जा रही है. पौंग झील में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पौंग बांध से नीचे बसे मंड इलाका के बाशिंदों के दिलों की धड़कने बढ़नी शुरू हो गई हैं. हर बार जब बरसात के मौसम में पौंग बांध का पानी छोड़ा जाता है तो, यह पानी लोगों के घरों व खेतों में भी भर जाता है. फसलें खराब हो जाती हैं. इस बार तो बरसात के आगमन होते ही पौंग बांध का जलस्तर इतना ऊपर आ गया है.

जल विनियम बीबीएमबी तलवाड़ा के वरिष्ठ अभिकल्प अभियन्ता विनय कुमार ने बताया कि अभी तक मात्र टरबाइनों के माध्यम से ही पानी छोड़ा जा रहा है. जबकि अभी तक पानी स्पिलवे गेट्स से न्यूनतम स्तर से नीचे है. जिस कारण अभी तक स्पिलवे के माध्यम से पानी नहीं छोड़ा जा सकता. अगर भविष्य में डैम का जलस्तर बढ़ता है तो, स्पिलवे गेट्स खोलने की योजना बनती है. जिसको लेकर सिविल प्रशासन सहित संबंधित अधिकारियों को सूचना दे दी जाएगी.
ये भी पढ़ें: Himachal Flood: हिमाचल में आई तबाही ने ली 88 लोगों की जान, 1,312 करोड़ का नुकसान, 1189 सडकें बंद, 900 पेयजल परियोजनाएं क्षतिग्रस्त

मंडी: हिमाचल के जिला मंडी स्थित पंडोह बांध से पानी छोड़े जाने के कारण पौंग झील का बुधवार को जलस्तर 1364.24 फीट रिकॉर्ड किया गया. पौंग झील में 55,557 क्यूसेक पानी की आमद हो रही है. जबकि पौंग पावर हाउस की टरबाइनों के माध्यम से 18,324 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. अभी तक पौंग झील का जलस्तर खतरे के निशान से 26 फीट नीचे है.

पौंग बांध में 1,410 फीट तक पानी संग्रहन करने की क्षमता है, लेकिन जलस्तर 13,90 फीट पहुंचने पर खतरे के निशान को छू जाता है. पौंग झील में पानी की आमद लगातार बढ़ती जा रही है. पौंग झील में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पौंग बांध से नीचे बसे मंड इलाका के बाशिंदों के दिलों की धड़कने बढ़नी शुरू हो गई हैं. हर बार जब बरसात के मौसम में पौंग बांध का पानी छोड़ा जाता है तो, यह पानी लोगों के घरों व खेतों में भी भर जाता है. फसलें खराब हो जाती हैं. इस बार तो बरसात के आगमन होते ही पौंग बांध का जलस्तर इतना ऊपर आ गया है.

जल विनियम बीबीएमबी तलवाड़ा के वरिष्ठ अभिकल्प अभियन्ता विनय कुमार ने बताया कि अभी तक मात्र टरबाइनों के माध्यम से ही पानी छोड़ा जा रहा है. जबकि अभी तक पानी स्पिलवे गेट्स से न्यूनतम स्तर से नीचे है. जिस कारण अभी तक स्पिलवे के माध्यम से पानी नहीं छोड़ा जा सकता. अगर भविष्य में डैम का जलस्तर बढ़ता है तो, स्पिलवे गेट्स खोलने की योजना बनती है. जिसको लेकर सिविल प्रशासन सहित संबंधित अधिकारियों को सूचना दे दी जाएगी.
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