मंडी: अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत्त जलवाहकों का आमरण अनशन तीसरे दिन एसडीएम सदर सन्नी शर्मा ने जूस पिलाकर तुड़वाया. बुधवार दोपहर बाद एसडीएम सदर अनशन स्थल पर पहुंचे और उन्हें सीएम के मंडी दौरे पर उनसे मिलवाने का आश्वासन दिया.
जलवाहक अब अपनी मांगें सीएम के समक्ष रखेंगे. बीते आठ जुलाई से जलवाहक अपनी मांगों को लेकर मंडी के सेरी चानणी परिसर में क्रमिक अनशन कर रहे थे. सात दिनों तक क्रमिक अनशन के बाद अनदेखी पर जलवाहकों ने क्रमिक अनशन को आमरण अनशन में बदल दिया.
तीन दिन तक आमरण अनशन पर जलवाहक डटे रहे. आमरण अनशन के दूसरे दिन जांच में छह जलवाहकों का स्वास्थ्य खराब भी पाया गया. स्वास्थ्य खराब होने पर इन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वह वापस अनशन स्थल पर लौट आए और फिर से अनशन में डट गए.
बुधवार को जलवाहकों ने एडीसी के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा और उनकी मांगों पर गौर करने की मांग की. बुधवार शाम को एसडीएम सदर सन्नी शर्मा ने सेरी चानणी में पहुंचकर जलवाहकों को समझाया और उन्हें आगामी 19 जुलाई को सीएम के मंडी दौरे में अपनी मांगें उनके समक्ष रखने की सलाह दी.
जलवाहकों को आश्वासन दिया गया कि वे सीएम के साथ उनकी मुलाकात करवाएंगे, जिस पर जलवाहकों ने आमरण अनशन तोड़ने का फैसला लिया. जलवाहक कम सेवादार संघ के प्रधान भुटू राम ने बताया कि एसडीएम के आश्वासन पर आमरण अनशन तोड़ दिया गया है. अब जलवाहक सीएम के समक्ष अपनी मांगें रखेंगे.
बता दें कि संघ की मांगों में मुख्य रूप से बिना किसी शर्त 10 साल का कार्यकाल पूरा कर चुके जलवाहकों को नियमित करना, अगर शिक्षा विभाग में खाली पद नहीं है तो अन्य विभाग में भेज जलवाहकों का ट्रांसफर किया जाए, अंशकालीन जलवाहकों को पांच साल के बाद डेलीवेज बनाया जाए और तीन साल के बाद नियमित किया जाए, जलवाहकों की सेवानिवृत्ति 58 साल से बढ़ाकर 60 वर्ष की जाए.