मंडी: पंडित सुखराम के गढ़ कोटली में आयोजित जनमंच कार्यक्रम में पूर्व मंत्री व सदर विधायक अनिल शर्मा को सड़क निर्माण को लेकर करनाल गांव के ग्रामीणों की खरी-खोटी सुननी पड़ी.जनमंच में उक्त ग्रामीणों का खूब गुस्सा फूटा. हालांकि सदर विधायक अनिल शर्मा ने ग्रामीणों की सड़क समस्या को लेकर उन्हें जवाब भी देना चाहा, लेकिन ग्रामीणों ने एक न सुनी बाद में मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने हस्तक्षेप करते हुए मामला शांत करवाया और अधिकारियों को मामले में लापरवाही करने पर लताड़ लगाई.
कोटली में आयोजित जनमंच में करनाल गांव के लोगों ने विधायक अनिल शर्मा को खूब घेरा. विधायक पर सड़क निर्माण की अनदेखी का आरोप लगाया. वहीं, विधायक अनिल शर्मा ने गुस्साए ग्रामीणों से सड़क निर्माण में देरी होने की वजह फॉरेस्ट क्लीयरेंस का न मिलना बताया.
ग्रामीणों ने इस दौरान रजिस्ट्री तक के कागजों की दलील दे डाली. इस बीच शिकायतकर्ता ग्रामीणों ने अनिल शर्मा पर आरोप लगाया कि उन्होंने तुंगल घाटी में कोई विकास नहीं किया. जनमंच में मौजूद मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर से आग्रह करते हुए ग्रामीणो ने कहा कि वो अगर गांव के लिए सड़क निकलवा देंगे तो वो मंत्री को कार की बजाए पालकी में गांव तक लेकर आएंगे.
बता दें कि पंडित सुखराम के गृह क्षेत्र में अब ग्रामीण उनके बेटे अनिल शर्मा के खिलाफ खुलकर सार्वजनिक तौर पर बोलने लगे हैं. ये इलाका पंडित सुखराम का गढ़ माना जाता है, लेकिन ग्रामीणों का आक्रोश अब फूटता नजर आ रहा है. लोकसभा चुनाव में भी पंडित सुखराम के पोते व कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्म को अपनी विधानसभा से बढ़त नहीं मिली थी. वहीं, कार्यक्रम खत्म होने से पहले ही अनिल शर्मा मंच छोड़कर चले गए.