करसोग/मंडी: विश्व महामारी कोरोना संकट के बीच पर्यावरण प्रेमियों ने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर करसोग में पौध रोपण किया. इस दौरान नगर पंचायत, स्वयं सहायता ग्रुप, रेहड़ी फड़ी वेंडर, आंगनवाड़ी वर्करों व पुलिस प्रशासन ने मिलकर विभिन्न प्रजातियों के करीब 200 पौधे रोपे.
विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर करसोग बाजार, पुलिस थाना व पीडब्ल्यूडी ऑफिस के आसपास खाली जगह में देवदार, शीशम, जामुन सहित अनार के पौधे लगाए गए, जिससे आगे आने वाली पीढ़ी के लिए धरती पर हरियाली को बचाया जा सके.
इस अवसर पर्यावरण व देश को बचाने का आह्वान करते हुए स्वयं साहयता समूह और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने 'पर्यावरण का रखो ध्यान तभी बनेगा भारत महान' के नारे लगते हुए लोगों को पौधा रोपण का महत्व भी बताया. यही नहीं इस मौके पर सभी ने रोपे गए पौधों को बचाने का भी संकल्प लिया.
मानसून सीजन में रोपे जाते हैं हजारों पौधे:
करसोग में हरियाली को बचाने के लिए मानसून सीजन में हर साल वन विभाग के सहयोग से हजारों पौधे रोपे जाते हैं. यही नहीं पौधे लगाए जाने के साथ लोग इन पौधों को बचाने के लिए भी काम कर रहे हैं.
इससे करसोग में लगातार वनों का क्षेत्रफल बढ़ रहा है. हालांकि गर्मियों के सीजन में आगजनी की घटनाओं के कारण जंगलों को नुकसान भी पहुंचता है, लेकिन जंगलों में आग की घटनाओं को रोकने के लिए भी वन विभाग ने लोगों के सहयोग से कई तरह के जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए हैं.
न्यारा वार्ड के पार्षद बंसी लाल ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर करसोग में सभी के सहयोग से विभिन्न प्रजातियों के 200 पौधे रोपे गए.
पार्षद बंसी लाल ने कहा कि घरती पर अगर हरियाली बची रहेगी तभी जीवन भी बचा रहेगा. उन्होंने धरा को बचाने के लिए लोगों से भी अधिक से अधिक पौधे लगाने की अपील की.
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