मंडी: स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने रविवार सुबह जोगिंद्रनगर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान अस्पताल के वार्ड का निरीक्षण करते हुए उन्होंने मरीजों को मिल रही सुविधाओं का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान डॉक्टरों द्वारा जेनरिक दवाइयों की जगह ब्रांडेड दवाइयां लिखने पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जाहिर की.
स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने ब्रांडेड दवाई लिखने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए. स्वास्थ्य मंत्री के औचक निरीक्षण से जोगिंद्रनगर में हड़कंप मच गया.
जानकारी के अनुसार, रविवार को द्रंग विधानसभा के कटौला में जनमंच के लिए आ रहे स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार अचानक जोगिंद्रनगर में रुक गए. इस दौरान वे सिविल अस्पताल जोगिंद्रनगर पहुंच गए. उन्होंने वहां स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया और वार्डों का दौरा किया. यहां मरीजों की फाइल चेक करने पर उन्हें जेनरिक दवाइयों की जगह ब्रांडेड दवाइयां लिखने की जानकारी मिली. जिस पर उन्होंने कड़ा संज्ञान लिया और ब्रांडेड दवाइयां लिखने वाले डॉक्टरों को जबाव तलब किया.
इसी दौरान उन्होंने 108 एंबुलेंस में भी मिल रही सुविधाओं का निरीक्षण किया. यहां आवश्यक उपकरणों समेत जीवनरक्षक दवाइयों की भी जानकारी ली. एंबुलेंस में सबकुछ सही पाए जाने पर स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार संतुष्ट दिखे. स्वास्थ्य मंत्री के साथ स्थानीय विधायक प्रकाश राणा भी मौजूद रहे.
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही डॉक्टरों को ब्रांडेड दवाइयों की जगह जेनरिक दवाइयां लिखने के आदेश दिए हैं. बावजूद इसके ब्रांडेड दवाइयां लिखने का मामला सामने आने पर स्वास्थ्य मंत्री सख्ती से पेश आ रहे हैं.
एसएमओ डॉक्टर जितेंद्र चौहान ने बताया कि स्टॉक में दवाई न होने पर इमरजेंसी में आए मरीज की जान बचाने के लिए बाहर से दवाई मंगवानी पड़ी थी.