सुंदरनगर: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और सरकार कोरोना महामारी को लेकर सजग और संवेदनशील है. ये बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री और सुंदरनगर के विधायक राकेश जंवाल ने कही. राकेश जंवाल ने कहा कि कोविड-19 के मद्देनजर प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र फिलहाल स्थगित कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सीएम हेल्पलाइन के जरिए कोरोना संक्रमित लोगों से संपर्क किया जा रहा है. अगर उन्हें कोई समस्या है तो उसका समाधान भी जल्द किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में राजनीतिक समारोह या वर्चुअल रैली होंगे उनमें लोगों की उपस्थिति निर्धारित नियमों अनुसार सुनिश्चित की जाएगी.
कोविड-19 महामारी से निपटने के उद्देश्य से हिम सुरक्षा अभियान शुरू किया गया है
राकेश जंवाल ने कहा कि कोविड-19 महामारी से निपटने के उद्देश्य से हिम सुरक्षा अभियान शुरू किया गया है और इस अभियान के अंतर्गत प्रदेश में स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर कोरोना, टीबी, कुष्ठ, मधुमेह और रक्तचाप आदि जैसी बीमारियों के लक्षणों के बारे में सूचना एकत्रित कर स्वास्थ्य विभाग को सौंपेंगे और उसका जल्द ही समाधान किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि इस अभियान की सफलता के लिए 8 हजार टीमें निर्धारित की गई है और सभी सामाजिक समारोह में लोगों की संख्या को घटाकर 50 किया गया है. राज्य के सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए 30 दिसंबर तक 5 दिन कार्यालय और छठे दिन वर्क फ्रॉम होम किया जाएगा, ताकि इस महामारी के संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके. जंवाल ने कहा कि राज्य के चार जिला शिमला, मंडी, कुल्लू और कांगड़ा में रात्रि 9 से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू जारी है.
निजी अस्पतालों में भी होगा कोरोना टेस्ट
वहीं, विधायक राकेश जंवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोविड-19 के परीक्षण और उपचार के लिए निजी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं को भी शामिल करने के निर्देश दिए हैं.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मरीजों के अधिक मामलों वाले स्वास्थ्य संस्थानों में कर्मचारियों की कमी को पूरा करने के लिए पर्याप्त कर्मचारी तैनात किए जा रहे हैं, ताकि लोगों को किसी भी परेशानी का सामना ना करना पड़े. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है और हमेशा लोगों के साथ खड़ी है.