सुंदरनगर: मंडी जिले का सुंदरनगर प्रशासन नगर परिषद के साथ शहर के आवारा और पालतू कुत्तों का आंकड़ा जुटाएगा. इसके साथ ही वेटनरी विभाग के साथ उनकी नसबंदी को लेकर भी अभियान चलाया जाएगा. नसबंदी से पहले वेटनरी के चिकित्सकों से इस विषय पर बातचीत की जाएगी. यह बात गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए उपमंडल अधिकारी सुंदरनगर गिरीश समरा ने कही.
कर्मचारी हर वार्ड में जुटाएंगे आंकड़ा: गिरीश समरा ने कहा कि नगर परिषद सुंदरनगर के कर्मचारी शहर के हर वार्ड में जाकर पहले पालतु और बाद में आवारा कुत्तों का आकंड़ा जुटाएंगे. इसके बाद लोगों को उनके कुत्तों का पंजीकरण आवश्यक रूप से करवाने के लिए कहा जाएगा. पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद वेटनरी विभाग के अधिकारियों के साथ मिल आवारा कुत्तों का बंध्याकरण करने को लेकर विशेष चर्चा कर इस कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
नगर परिषद को आवारा कुत्तों की संख्या का पता नहीं: फिलहाल नगर परिषद के पास आवारा कुत्तों की संख्या का कोई पता ही नही है. शहर की हर वार्ड, गली, चौराहों और सड़कों पर आवारा कुत्ते घुमते हुए देखे जा सकते हैं. बीते दिनों शहर के चांगर वार्ड में इन्हीं आवारा कुत्तों के झुंड ने एक 5 वर्षीय मासूम को नोच कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था.
80 कुत्तों की नसबंदी की गई थी: बता दें कि सुंदरनगर में वर्ष 2022-23 में मात्र 80 कुत्तों की नसबंदी की गई थी. इसी वर्ष में पशु पालन विभाग द्वारा 239 कुत्तों की वेक्सीनेशन भी किया गया है. देखना है कि प्रशासन की इस पहल के बाद क्या आंकड़ा सामने आता है और कितने कुत्तों की नसबंदी करने में वह सफल हो पाते है.
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