मंडीः लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही राजनीतिक पार्टियों द्वारा वोटर्स को लुभाने के लिए विकास के नए सपने दिखाए जा रहे हैं. भाजपा जहां पिछले कार्यकाल को बेहतर बताते हुए एक बार फिर सत्ता में आने पर विकास को और तेजी दिलाने का दावा कर रही है. वहीं कांग्रेस भाजपा के 5 सालों को नाकाम बता रही है.
मंडी संसदीय क्षेत्र की बात करें तो पिछले लोकसभा चुनाव में चुनावी वादों को पूरा होने का लोगों को अभी भी इंतजार हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में जीते रामस्वरूप शर्मा के जीतने के बाद क्षेत्र की जनता से किए कई वादें अभी तक पूरे नहीं हो पाए हैं. हालांकि भाजपा एक बार फिर सत्ता पर आने के बाद विकास कार्यों में तेजी लाने की बात कर रही है, लेकिन जनता पिछले 5 साल में हुए काम पर सवाल उठा रही है.
देश को अभी भी द्रंग खान के नमक का इंतजार
इन 5 सालों में देश की एकमात्र चट्टानी नमक खान का मुद्दा भी खूब गरमाया रहा. सांसद ने भी चट्टानी नमक खान चलाने के कई दावे किए, लेकिन धरातल स्तर पर देखने को कुछ नहीं मिला. वहीं, सांसद रामस्वरुप शर्मा ने हाल ही में दावा किया है कि द्रंग नमक खान से रोजाना एक ट्रक नमक का निकल रहा है.
फोरलेन प्रभावित मांगें पूरी न होने के कारण नाराज
मंडी संसदीय क्षेत्र में फोरलेन प्रभावितों को अपने आशियानों तक से हाथ धोना पड़ा, लेकिन कोई भी सरकार प्रभावितों को उचित मुआवजा नहीं दिला पाई. इसके लिए बाकायदा कई बार किसानों व प्रभावितों ने आंदोलन किए, बावजूद इसके न तो अभी तक फोरलेन का कार्य पूरा हो सका और न ही प्रभावितों को उचित मुआवजा मिल सका.
मंडी संसदीय क्षेत्र से फोरलेन गुजर रहा है, ऐसे में पिछले कई सालों से फोरलेन प्रभावित उचित मुआवजे समेत अन्य मांगों को लेकर संघर्षरत हैं, लेकिन अधिकतर मांगों पर कुछ नहीं हो पाया है और मामला केवल कागजों पर ही घूम रहा है. अभी तक किरतपुर से मनाली फोरलेन कार्य भी पूरा नहीं हो पाया है.
भुभु जोत और जलोड़ जोत टनल कागजों तक सिमटी
भुभु जोत टनल और जलोड़ी जोत टनल का मसला पिछले 5 सालों में खूब उछला, लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ नहीं हो पाया. हालांकि रोहतांग टनल के दोनों छोर जुड़ गए हैं और जल्द यह टनल जनता को समर्पित हो सकती है. यह सामरिक दृष्टि से भी अहम टनल है, जिसका पूरा देश बेसब्री से इंतजार कर रहा है. इस टनल के बनने से लाहौल घाटी भी देश दुनिया से 12 महीने जुड़ी रहेगी.
भानुपल्ली-लेह रेल का मात्र सर्वे ही हुआ
वहीं मंडी संसदीय क्षेत्र में रेलवे विस्तारीकरण पर भी अभी तक काम नहीं हो पाया है. अभी तक केवल इस रेलवे लाइन का सर्वे किया गया है. रेलवे विस्तारीकरण के लिए केंद्र सरकारों का भी उदासीन रवैया रहा है. 2014 के चुनावी वादे में भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा ने रेलवे को पहुंचाने का वादा किया था.
नहीं हुआ भुंतर हवाई अड्डे का विस्तारीकरण
वहीं लंबे समय से भुंतर हवाई अड्डे के विस्तारीकरण का काम अधर में लटका हुआ है. योजनाएं बनती रही पर किसी भी प्लान को अभी तक अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है.
5 साल तक सांसद रहे और भाजपा प्रत्याशी रामस्वरूप शर्मा का दावा है कि उन्होंने जो भी वादे मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता से किए थे उनका पर काम हुआ है. अब देखना ये है कि ये सभी मुद्दे मंडी के राजनीतिक समीकरण को कितना प्रभावित करते हैं.