करसोग: वैश्विक महामारी कोरोना से न केवल देश की अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है बल्कि विकास कार्य पर भी इस संक्रमण का असर पड़ा है. करसोग के तहत पीडब्ल्यूडी सब डिवीजन चुराग में कर्फ्यू के कारण पीएमजीएसवाई की 10 सड़कों के कार्य को बीच में रोकना पड़ा.
कर्फ्यू में छूट के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग ने 3 सड़कों का काम शुरू कर लिया है, लेकिन करीब डेढ़ महीने गैप की वजह से बहुत से श्रमिक इधर-उधर हो गए हैं. यही नहीं देश भर में अभी तक लॉकडाउन पूरी तरह से खुला भी नहीं है, सड़कों को पक्का करने के लिए बाहर से मैटेरियल लाने में भी अभी दिक्कत है.
परेशानियों को देखते हुए गर्मियों में सड़कों की टारिंग किए जाने पर अभी संशय है. ऐसे में पीडब्ल्यूडी विभाग को सड़कों का कार्य पूरा करने के लिए एक्सटेंशन देना पड़ सकता है ताकि अगले सीजन में अब टारिंग के कार्य को पूरा किया जा सके. स्टेज टू में दो पैकेज पीडब्ल्यूडी सब डिवीजन चुराग पीएमजीएसवाई के तहत कुल 10 सड़कों का कार्य प्रगति पर है. इसमें 3 सड़कों का कार्य स्टेज वन के तहत चल रहा है. इसके अतिरिक्त 7 सड़कें ऐसी है, जिसका निर्माण कार्य स्टेज टू पर है. स्टेज टू अंतिम चरण का काम है. इसमें सड़कों की मेटलिंग और टारिंग की जाती है.
प्रदेश में गर्मियों के सीजन में टारिंग के लिए 15 अप्रैल के बाद मुश्किल से दो से ढाई महीने मिलते हैं. जून माह के दूसरे सप्ताह के बाद प्री मानसून की बौछारें पड़नी लगती है और महीने के अंत तक मानसून भी प्रवेश कर जाता है. ऐसे में अब विभाग के पास मेटलिंग टारिंग के लिए कुछ ही समय शेष बचा है. बचे हुए समय में इस कार्य को पूरा करना संभव नहीं दिख रहा है.
ऐसे में सड़कों को चकाचक होने के लिए लोगों को अभी इंतजार करना पड़ सकता है. पीडब्ल्यूडी सब डिवीजन चुराग के एसडीओ आरएल ठाकुर का कहना है कि कोरोना की वजह से करीब डेढ़ महीने काम बंद रहा. इस बीच श्रमिक भी चल गए. इसके लिए मैटेरियल भी बाहर से ही आता है. इस कारण हो सकता है अब सड़कों के कार्य को एक्सटेंशन देना पड़े और सीजन में टारिंग का काम न हो पाए.