मंडी: भाजपा के टिकट पर दूसरी बार मंडी संसदीय सीट से सांसद बने रामस्वरूप शर्मा ने हिमाचल कांग्रेस पार्टी के नेताओं को चुनाव में जनता के सुनाए जनादेश का सम्मान करने की नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को कांग्रेस की हार का पश्चाताप करना चाहिए और सीएम जयराम से प्रेरणा लेनी चाहिए.
रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि कांग्रेसी हार व अपनी नाकामियां छुपाने के लिए नए-नए तर्क दे रहे हैं. कांग्रेस पार्टी के नेता अपनी शर्मनाक हार को छिपाने के लिए ईवीएम को लेकर निराधार बयानबाजी कर रहे हैं जोकि बेहद दुर्भागयपूर्ण है. उन्होंने कहा कि देश को विपक्ष की भी जरूरत है, लेकिन ऐसे अनपढ़ों के जैसे व्यवहार कर कांग्रेस के नेता जनता में ही हंसी का पात्र बन रहे हैं.
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रामस्वरूप ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव आयोग को ईवीएम हैक होने की कई शिकायतें की, लेकिन चुनाव आयोग ने उनकी सभी शिकायतों को खारिज कर दिया था. चुनाव आयोग ने ईवीएम मशीनों को हैक करने की चुनावों से पूर्व खुली चुनौती तक दी थी, लेकिन तब कांग्रेस चुप रही. सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे 100 प्रतिशत सही बताया तो कांग्रेस किस मुंह से अब ऐसे निराधार आरोप लगा रही है. उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र को बदनाम करने और जनता में भ्रम पैदा करने के लिए कांग्रेस की ये प्रायोजित साजिश है, लेकिन जनता ने पहले ही कांग्रेस को दोगलेपन का सबक सिखा दिया है.
रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि देशद्रोह की धारा हटाने के वायदे से ही कांग्रेस बैकपुट पर आ गई थी. टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन कर जनता ने इन्हें सबक सिखाया है, लेकिन इस पर मंथन करने के बजाय कांग्रेस के नेता जनता के सुनाए जनादेश को ही अपनी नाकामी छुपाते हुए गलत साबित करने पर तुले हैं. जिससे 100 वर्षों से अधिक पुरानी इस पार्टी के नेताओं पर जनता का विश्वास उठ चुका है.
मंडी सांसद रामस्वरूप शर्मा ने हिमाचल के कांग्रेस नेताओं को नसीहत दी है कि विकास के मामले में कांग्रेस भाजपा सरकार को सहयोग करें. अन्यथा ऐसा न हो देश की तरह प्रदेश में भी अगली बार कांग्रेस का सुपड़ा साफ हो जाए. इसकी शुरूआत इस बार मिले जनता के अपार समर्थन से स्पष्ट हो चुकी है कि 2014 में हमें 15 लाख वोट मिले थे और इस बार दोगुने से भी ज्यादा 23 लाख मत जनता ने भाजपा को दिए हैं.