मंडी/करसोग: पिछले एक महीने से आसमान की ओर टकटकी लगाए बारिश का इंतजार कर रहे किसानों और बागवानों की उम्मीदों को पंख लग गए हैं. मंगलवार को प्रदेश की कई जगहों में झमाझम बारिश हुई है.
ऐसे में लोगों को चिलचिलाती गर्मी से राहत मिलने के साथ किसानों और बागवानों में अब अच्छी पैदावार होने की भी आस जगी है. करसोग खंड में पिछले एक महीने से बारिश नहीं हुई थी. इस कारण बहुत से प्राकृतिक जल स्त्रोत सुख गए थे, यही नहीं खड्डों में भी पानी निम्न स्तर पर पहुंच गया था. कुछ छोटी खड्डे तो लंबे सूखे के कारण सुख गई हैं.
बारिश न होने के कारण खेतों में फसल मुरझा गई थी. इससे किसानों की मुश्किलें बहुत बढ़ गई थी. सेब पर भी सूखे की मार पड़ गई थी. बारिश न होने से सेब की फसल की वैराइटी पर भी असर पड़ रहा था और अभी तक सेब का साइज सामान्य से बहुत छोटा है. ऐसे में लगातार हो रही बारिश कृषि और बागवानी के लिए अमृत बनकर बरसी है.
वहीं मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. मनमोहन सिंह का कहना है कि आने वाले दिनों में भी प्रदेश के कुछेक स्थानों पर बारिश हो सकती है. पिछले 24 घंटों के दौरान कई स्थानों पर बारिश हुई है.
पेयजल किल्लत से मिलेगी निजात
करसोग में लंबे सूखे के कारण बहुत से क्षेत्रों में लोगों को भारी पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा था. भीषण गर्मी के कारण अधिकतर प्राकृतिक सोर्स सुख गए थे. आईपीएच की जो बड़ी योजनाएं थी, उसमे भी पानी काफी कम हो गया था. ऐसे में कई घंटों से जारी झमाझम बारिश से लोगों को पेयजल संकट से कुछ राहत मिल सकती है.
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