ETV Bharat / state

सड़क निर्माण के लिए अब नहीं चलेगा शपथपत्र, PWD के नाम करना होगी जमीन

सड़क निर्माण को लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग सख्त हो गया है. डिवीजन में बिना गिफ्ट डीड के अब किसी भी प्रकार की सड़कों का निर्माण नहीं होगा. लोगों को अगर सड़क चाहिए तो पहले उन्हें अपनी जमीन पीडब्ल्यूडी के नाम करनी होगी.

PWD department has become strict regarding road construction
सड़क निर्माण को लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग सख्त
author img

By

Published : Mar 13, 2020, 9:20 AM IST

करसोग: जिन सड़कों के निर्माण के लिए लोगों ने शपथपत्र दिए हैं. अब वह सब बेकार हो गए है. अब ऐसी सड़कों के लिए भी लोगों को पहले जमीन पीडब्ल्यूडी के नाम करनी होगी, तभी सड़क का कार्य होगा. ऐसे में अब करसोग में कई सड़कों का निर्माण कार्य लटक गया है. सभी सब डिवीजन को इन आदेशों को सख्ती से लागू करने को कहा गया है, हालांकि कुछ क्षेत्रों में लोगों ने समझदारी से काम लेते हुए शपथपत्र की जगह जमीन विभाग के नाम की है. यहां विभाग को अब सड़क निर्माण में किसी तरह की परेशानी नहीं आ रही. लोग भी निर्माण कार्य की प्रोग्रेस से खुश हैं.

हिस्सेदार डाल रहे अंड़गा
करसोग में कुछ जगहों पर शपथपत्र देने के बाद भी विभाग को सड़क निर्माण के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ा. लोगों ने सड़क निर्माण के लिए पहले तो शपथपत्र दे दिए, लेकिन जब कार्य शुरू हुआ तो फिर खुद ही निर्माण कार्य में अड़ंगा डालना शुरू कर दिया. कुछ जगहों पर तो ऐसे भी मामले सामने आए कि शपथपत्र देने वाले व्यक्ति के हिस्सेदार ही सड़क के निर्माण कार्य को रोकने के लिए खड़े हो जाते हैं. जिस जगह से सड़क निकली जा रही है, उस भूमि के हिस्सेदार तो कई होते हैं, जबकि सड़क निर्माण के लिए शपथपत्र सिर्फ एक ही व्यक्ति ने दिया होता है. ऐसे में कोई भी हिस्सेदार सड़क के कार्य में अड़ंगा डालने के लिए आ जाता है.काम नहीं होने से सरकार का पैसा खराब हो रहा है.

वीडियो
बिना गिफ्ट डीड नहीं बनेगी बातप्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनने वाली सड़कों के लिए पहले भूमि मालिक को निर्माण के प्रयोग में आने वाली जमीन पीडब्ल्यूडी के नाम करनी होगी. इसके अतिरिक्त नाबार्ड, विधायक प्राथमिकता के तहत बनने वाली सड़कें और बजट के तहत तैयार होने वाली सड़कों के लिए गिफ्ट डीड जरूरी है. जमीन विभाग के नाम होने के बाद ही ऐसी सभी सड़कों की डीपीआर बनाईं जाएगी. पहले सड़क निर्माण के लिए शपथपत्र से भी काम चल जाता था, लेकिन फील्ड में व्यवारिक दिक्कतें आने के बाद सरकार ने गिफ्ट डीड की शर्त को अब सख्ती के साथ लागू कर दिया. यह करना होगा अबजिस गांव के लिए अब सड़क बनाई जाएगी. इसके लिए पहले पटवारी से भूमि का शेयर निकालेगा. इसके बाद रेवन्यू पेपर में भूमि एंट्री होगी और सड़क के प्रयोग में आने वाली एरिया का खसरा नंबर पीडब्ल्यूडी विभाग के नाम पर दर्ज होगा. ताकि सड़क का काम शुरू करते वक्त विभाग को किसी भी तरह की परेशानी पेश न आये. अभी तक सड़क निर्माण के लिए लोगों से शपथपत्र ही लिए जाते थे, लेकिन जब सड़क निर्माण के बाद भूमि का इंतकाल करने की बारी आती थी तो लोग भूमि को विभाग के नाम करने से मुकर जाते थे. करसोग डिवीजन के अधिशाषी अभियंता मान सिंह ने बताया अब गिफ्ट डीड के बाद कि सड़क का निर्माण कार्य चालू किया जाएगा. जिन सड़कों के लिए शपथपत्र पहले ही मिले हैं, ऐसी सड़कों का काम भी गिफ्ट डीड होने पर ही आरंभ होगा.

करसोग: जिन सड़कों के निर्माण के लिए लोगों ने शपथपत्र दिए हैं. अब वह सब बेकार हो गए है. अब ऐसी सड़कों के लिए भी लोगों को पहले जमीन पीडब्ल्यूडी के नाम करनी होगी, तभी सड़क का कार्य होगा. ऐसे में अब करसोग में कई सड़कों का निर्माण कार्य लटक गया है. सभी सब डिवीजन को इन आदेशों को सख्ती से लागू करने को कहा गया है, हालांकि कुछ क्षेत्रों में लोगों ने समझदारी से काम लेते हुए शपथपत्र की जगह जमीन विभाग के नाम की है. यहां विभाग को अब सड़क निर्माण में किसी तरह की परेशानी नहीं आ रही. लोग भी निर्माण कार्य की प्रोग्रेस से खुश हैं.

हिस्सेदार डाल रहे अंड़गा
करसोग में कुछ जगहों पर शपथपत्र देने के बाद भी विभाग को सड़क निर्माण के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ा. लोगों ने सड़क निर्माण के लिए पहले तो शपथपत्र दे दिए, लेकिन जब कार्य शुरू हुआ तो फिर खुद ही निर्माण कार्य में अड़ंगा डालना शुरू कर दिया. कुछ जगहों पर तो ऐसे भी मामले सामने आए कि शपथपत्र देने वाले व्यक्ति के हिस्सेदार ही सड़क के निर्माण कार्य को रोकने के लिए खड़े हो जाते हैं. जिस जगह से सड़क निकली जा रही है, उस भूमि के हिस्सेदार तो कई होते हैं, जबकि सड़क निर्माण के लिए शपथपत्र सिर्फ एक ही व्यक्ति ने दिया होता है. ऐसे में कोई भी हिस्सेदार सड़क के कार्य में अड़ंगा डालने के लिए आ जाता है.काम नहीं होने से सरकार का पैसा खराब हो रहा है.

वीडियो
बिना गिफ्ट डीड नहीं बनेगी बातप्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनने वाली सड़कों के लिए पहले भूमि मालिक को निर्माण के प्रयोग में आने वाली जमीन पीडब्ल्यूडी के नाम करनी होगी. इसके अतिरिक्त नाबार्ड, विधायक प्राथमिकता के तहत बनने वाली सड़कें और बजट के तहत तैयार होने वाली सड़कों के लिए गिफ्ट डीड जरूरी है. जमीन विभाग के नाम होने के बाद ही ऐसी सभी सड़कों की डीपीआर बनाईं जाएगी. पहले सड़क निर्माण के लिए शपथपत्र से भी काम चल जाता था, लेकिन फील्ड में व्यवारिक दिक्कतें आने के बाद सरकार ने गिफ्ट डीड की शर्त को अब सख्ती के साथ लागू कर दिया. यह करना होगा अबजिस गांव के लिए अब सड़क बनाई जाएगी. इसके लिए पहले पटवारी से भूमि का शेयर निकालेगा. इसके बाद रेवन्यू पेपर में भूमि एंट्री होगी और सड़क के प्रयोग में आने वाली एरिया का खसरा नंबर पीडब्ल्यूडी विभाग के नाम पर दर्ज होगा. ताकि सड़क का काम शुरू करते वक्त विभाग को किसी भी तरह की परेशानी पेश न आये. अभी तक सड़क निर्माण के लिए लोगों से शपथपत्र ही लिए जाते थे, लेकिन जब सड़क निर्माण के बाद भूमि का इंतकाल करने की बारी आती थी तो लोग भूमि को विभाग के नाम करने से मुकर जाते थे. करसोग डिवीजन के अधिशाषी अभियंता मान सिंह ने बताया अब गिफ्ट डीड के बाद कि सड़क का निर्माण कार्य चालू किया जाएगा. जिन सड़कों के लिए शपथपत्र पहले ही मिले हैं, ऐसी सड़कों का काम भी गिफ्ट डीड होने पर ही आरंभ होगा.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.