हमीरपुर: जिला के भोरंज में एक युवक से शादी के नाम पर लाखों की ठगी का मामला सामने आया था. पुलिस ने इस मामले में बिचौलिए और हरियाणा की दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. आरोपियों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. आरोपियों से पुलिस रिमांड के दौरान गहन पूछताछ होगी. इस दौरान ये भी पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि क्या आरोपियों ने पहले भी किसी को अपना निशाना बनाया है.
भोरंज उपमंडल की गरसाहड़ पंचायत के साही गांव में रहने वाले एक युवक ने 6 फरवरी को भोरंज थाने में शादी के नाम पर हुई धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई थी. शातिर दुल्हन ने पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए पीडि़त युवक के खिलाफ भी लिखित शिकायत एसपी को सौंप दी थी. ये शिकायत शातिर दुल्हन ने पीड़ित की ओर से दी गई शिकायत के बाद दी थी. पुलिस ने इन तीनों आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया. शिकायत पर कार्रवाई के बहाने तीनों आरोपियों को पुलिस थाना भोरंज बुलाया और उन्हें वहां गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों में दोनों महिलाएं हरियाणा की हैं. एक महिला दुल्हन की मौसी बताई जा रही है, जबकि बिचौलिया सरकाघाट के पौंटा का रहने वाला है. एसपी हमीरपुर भगत सिंह ने बताया कि, 'तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और इनसे गहनता से पूछताछ की जाएगी'
क्या था पूरा मामला
दरअसल पुलिस को दी शिकायत में युवक ने बताया था कि उसकी जान पहचान पहले से सरकाघाट के पौंटा निवासी बलदेव शर्मा से थी. बलदेव शर्मा काफी सालों से हरियाणा के यमुनानगर में रह रहा था. उसने बिचौलिया बनकर उसकी शादी हरियाणा के यमुनागर की रहने वाली युवती से करवाई थी. इसके लिए उससे 1.50 लाख रुपये की डिमांड की थी. ये पैसा बिचौलिए बलदेव को दे दिया गया.
शादी के समय नहीं दिया था जन्म प्रमाण पत्र
वादे के मुताबिक 13 दिसंबर 2024 को भोरंज कोर्ट में युवक युवती की शादी हो गई, लेकिन कोर्ट में कागजी कार्रवाई के दौरान युवती का कोई जन्म प्रमाण पत्र नहीं था. युवती और बिचौलिए ने जन्म प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज जल्द उपलब्ध करवाने का वादा किया था. वकील ने भी शपथ पत्र के माध्यम से दोनों की शादी करवा दी.
मां की बीमारी का बनाया बहाना
युवक के मुताबिक उसने गांव में स्थित मंदिर में भी युवती से शादी की थी, लेकिन शादी के चार दिन बाद युवती अपनी मां की बीमारी की बात कहकर घर वापस घर जाने की जिद करने लगी. 18 दिसंबर को युवक पत्नी के साथ यमुनानगर में जगाधरी स्थित निजी अस्पताल में पहुंचा, लेकिन वहां पहले से ही मौजूद दूसरी लड़की जो शादी वाले दिन युवती के साथ थी उसने बताया कि मां आईसीयू में है और उससे किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा. इसी दौरान युवक को उसकी पत्नी ने घर भेज दिया और दो दिन बाद खुद घर वापस आने की बात कही, लेकिन जैसे ही युवक हरियाणा से वापस घर पहुंचा तो युवती ने उसका फोन उठाना बंद कर दिया.
पुलिस ने तीन को किया गिरफ्तार
आरोप था कि युवती अपने साथ सोने का मंगल सूत्र, चांदी की पायल, अंगूठी और कैश भी साथ ले गई थी. इसके बाद जब शादी करवाने वाले बिचौलिए से संपर्क किया गया तो उसने भी पैसों को वापस करने से मना कर दिया. इसके बाद ठगी का एहसास होने पर गुरुवार को पीड़ित परिवार ने पुलिस से मामले की शिकायत की. पुलिस ने अब इस मामले में दुल्हन, बिचौलिए और एक महिला को गिरफ्तार किया है.