मंडी: जिला मंडी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. विभाग संयोजक अब्बू गोयल ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि 24 नवंबर को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 41वां अधिवेशन संपन्न हुआ जिसमें वर्ष 2020-21 की कार्यकारिणी का गठन किया गया.
वहीं, उन्होंने कहा कि अधिवेशन में हिमाचल प्रदेश का वर्तमान परिदृश्य व हिमाचल प्रदेश का वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य यह दो प्रस्ताव भी सर्वसम्मति से पारित किए गए.
11 वर्ष बाद भी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है केंद्रीय विश्वविद्यालय
मंडी विभाग संयोजक व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अब्बू गोयल ने कहा कि वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य की बात करें तो हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय घोषणा के 11 वर्ष बाद भी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है, जबकि इसके साथ घोषित IIT मंडी का निर्माण व इसके बाद घोषित IIM व AIIMS का अपने भवन निर्माण का कार्य प्रगति पर है, लेकिन हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका.
फीस से शिक्षा आम गरीब छात्र की पहुंच से बाहर हो रही
उन्होंने कहा कि तकनीकी विवि हमीरपुर की बात करें तो वहां पर चल रहे 8 पाठ्यक्रमों में एक भी स्थाई प्राध्यापक की नियुक्ति नहीं हुई, साथ कृषि विवि पालमपुर व बागवानी विवि नौणी की भारी भरकम फीस से शिक्षा आम गरीब छात्र की पहुंच से बाहर हो रही है. जिसे विद्यार्थी परिषद किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगी.
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर कृषि व बागवानी विवि सहित छात्र संघ चुनाव की बहाली को लेकर एक निर्णायक लड़ाई लड़ेगी. इन मुद्दों को लेकर विद्यार्थी परिषद पूरे प्रदेश भर के अंदर एक जन आंदोलन खड़ा करेगी.
प्रदेश के अंदर बेरोजगारी की समस्या बढ़ रही है
वहीं, उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कोरोना महामारी के चलते प्रदेश के अंदर बेरोजगारी की समस्या बढ़ रही है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार से मांग करती है कि इस स्थिति के अंदर प्रदेश सरकार सकारात्मक कदम उठाए ताकि बेरोजगारी की समस्या से निजात मिल सके.