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करसोग के श्री नरसिंह मंदिर जाने वाले रास्ते को PWD ने खोदा, लोगों का आना-जाना हुआ मुश्किल - Poor condition of road leading to Shri Narasimha Temple of Karsog

खास बात ये है कि इसी नरसिंह मंदिर के परिसर में लोहड़ी के दिन खिचड़ी बनाई जाती है और मुख्यमंत्री सहित तत्तापानी आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को प्रसाद के तौर पर बांटी जाती है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पिछले दो सालों से इसी रास्ते से होकर मंदिर परिसर में होने वाले कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे हैं.

Shri Narasimha Temple of Karsog news, करसोग के श्री नरसिंह मंदिर की न्यूज
श्री नरसिंह मंदिर जाने वाला रास्ता
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Published : Dec 29, 2019, 5:13 PM IST

करसोग: पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही से लोगों की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. विभाग की ऐसी ही बड़ी लापरवाही शिमला-करसोग मार्ग से गर्म पानी के चश्मों के लिए सड़क को पक्का करने के दौरान सामने आई है. पीडब्ल्यूडी विभाग से सरकार की लताड़ के बाद गर्म पानी की ओर जाने वाली सड़क को तो चकाचक कर दिया, लेकिन इस दौरान यहां ड्रेनेज बनाने के लिए श्री नरसिंह मंदिर को जाने वाले रास्ते को जेसीबी से खोद दिया. यही नहीं मंदिर को जाने वाले रास्ते का कुछ भाग जो खोदने से बच गया था, उस जगह को भी नाली से निकले पत्थरों के मलबे से भर दिया गया.

Shri Narasimha Temple of Karsog news, करसोग के श्री नरसिंह मंदिर की न्यूज
श्री नरसिंह मंदिर जाने वाला रास्ता

नतीजा अब लोगों को यहां से मंदिर की ओर आना और जाना भी मुश्किल हो गया है. खास बात ये है कि इसी नरसिंह मंदिर के परिसर में लोहड़ी के दिन खिचड़ी बनाई जाती है और मुख्यमंत्री सहित तत्तापानी आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को प्रसाद के तौर पर बांटी जाती है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पिछले दो सालों से इसी रास्ते से होकर मंदिर परिसर में होने वाले कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे हैं. अब हजारों लोगों का यही रास्ता पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही की भेंट चढ़ गया है. लोगों ने लोहड़ी और मकर संक्रांति से पहले इस रास्ते को ठीक करने की मांग की है, नहीं तो तत्तापानी आने पर इस मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया जाएगा.

नालियों की हालत खराब, यहीं से होकर सतलुज आरती करने जाएंगे मुख्यमंत्री

पीडब्ल्यूडी विभाग ने लोगों के चौतरफा दवाब के बाद शिमला- करसोग मार्ग से गर्म पानी के चश्मों तक सड़क को तो चकाचक कर दिया है, लेकिन सड़क के साथ पानी के निकासी के लिए खोदी गई नालियों को कच्चा ही छोड़ दिया है. बता दें कि इसी मार्ग से होकर नदी के तट पर मुख्यमंत्री सतलुज की आरती करने जाएंगे.

वीडियो.

दो दिनों में हजारों श्रद्धालु आते हैं तत्तापानी
प्रदेश सहित मंडी जिला का तीर्थ स्थल कहलाए जाने वाले तत्तापानी में अकेले लोहड़ी और संक्रांति के दिन देश सहित प्रदेश भर से हजारों श्रद्धालु पवित्र स्नान करने के लिए आते हैं. वैसे तो अब पूरे जनवरी माह में यहां लोगों का आना जाना लगा रहेगा. यहां तक कि तत्तापानी तीर्थ स्थल को प्रदेश हरिद्वार की भी कहा जाता है. इसकी वजह है कि जो लोग हरिद्वार नहीं जा सकते हैं. ऐसे लोग तत्तापानी में ही अस्थि विसर्जन करते हैं. भाजपा ने कलश यात्रा के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अस्थि विसर्जन तत्तापानी में ही किया था. प्रदेश का इतना महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल होने के बाद भी पीडब्ल्यूडी विभाग की ऐसी लापरवाही लोगों की समझ से परे है.

Shri Narasimha Temple of Karsog news, करसोग के श्री नरसिंह मंदिर की न्यूज
श्री नरसिंह मंदिर जाने वाला रास्ता

खुद करूंगा साइट विजिट: एसडीओ
पीडब्ल्यूडी सब डिवीजन चुराग के सहायक अभियंता आरएल ठाकुर का कहना कि खराब किए गए रास्ते को ठीक किया जाएगा. खुद भी एक दो दिनों में साइट विजिट पर जाऊंगा. वहीं स्थानीय निवासी रिटायर्ड कैप्टन एमसी शर्मा का कहना है कि पीडब्ल्यूडी विभाग ने गर्म पानी के चश्मों तक सड़क तो अच्छी बनाई है, लेकिन श्री नरसिंह मंदिर की तरफ की दीवार गिरा कर रास्ता बंद हो गया है. एमसी शर्मा ने कहा कि मंदिर परिसर में लोहड़ी को खिचड़ी पकाई जाती हैं. जहां मुख्यमंत्री सहित हजारों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करते हैं और इसी रास्ते को प्रयोग में लाया जाता है. उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग रास्ते को जल्दी से ठीक कर दे.

ये भी पढ़ें- ईयर इंडर 2019: हिमाचल को मिले दो गवर्नर, ब्यूरोक्रेसी में देखने को मिला बड़ा फेरबदल

करसोग: पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही से लोगों की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. विभाग की ऐसी ही बड़ी लापरवाही शिमला-करसोग मार्ग से गर्म पानी के चश्मों के लिए सड़क को पक्का करने के दौरान सामने आई है. पीडब्ल्यूडी विभाग से सरकार की लताड़ के बाद गर्म पानी की ओर जाने वाली सड़क को तो चकाचक कर दिया, लेकिन इस दौरान यहां ड्रेनेज बनाने के लिए श्री नरसिंह मंदिर को जाने वाले रास्ते को जेसीबी से खोद दिया. यही नहीं मंदिर को जाने वाले रास्ते का कुछ भाग जो खोदने से बच गया था, उस जगह को भी नाली से निकले पत्थरों के मलबे से भर दिया गया.

Shri Narasimha Temple of Karsog news, करसोग के श्री नरसिंह मंदिर की न्यूज
श्री नरसिंह मंदिर जाने वाला रास्ता

नतीजा अब लोगों को यहां से मंदिर की ओर आना और जाना भी मुश्किल हो गया है. खास बात ये है कि इसी नरसिंह मंदिर के परिसर में लोहड़ी के दिन खिचड़ी बनाई जाती है और मुख्यमंत्री सहित तत्तापानी आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को प्रसाद के तौर पर बांटी जाती है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पिछले दो सालों से इसी रास्ते से होकर मंदिर परिसर में होने वाले कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे हैं. अब हजारों लोगों का यही रास्ता पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही की भेंट चढ़ गया है. लोगों ने लोहड़ी और मकर संक्रांति से पहले इस रास्ते को ठीक करने की मांग की है, नहीं तो तत्तापानी आने पर इस मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया जाएगा.

नालियों की हालत खराब, यहीं से होकर सतलुज आरती करने जाएंगे मुख्यमंत्री

पीडब्ल्यूडी विभाग ने लोगों के चौतरफा दवाब के बाद शिमला- करसोग मार्ग से गर्म पानी के चश्मों तक सड़क को तो चकाचक कर दिया है, लेकिन सड़क के साथ पानी के निकासी के लिए खोदी गई नालियों को कच्चा ही छोड़ दिया है. बता दें कि इसी मार्ग से होकर नदी के तट पर मुख्यमंत्री सतलुज की आरती करने जाएंगे.

वीडियो.

दो दिनों में हजारों श्रद्धालु आते हैं तत्तापानी
प्रदेश सहित मंडी जिला का तीर्थ स्थल कहलाए जाने वाले तत्तापानी में अकेले लोहड़ी और संक्रांति के दिन देश सहित प्रदेश भर से हजारों श्रद्धालु पवित्र स्नान करने के लिए आते हैं. वैसे तो अब पूरे जनवरी माह में यहां लोगों का आना जाना लगा रहेगा. यहां तक कि तत्तापानी तीर्थ स्थल को प्रदेश हरिद्वार की भी कहा जाता है. इसकी वजह है कि जो लोग हरिद्वार नहीं जा सकते हैं. ऐसे लोग तत्तापानी में ही अस्थि विसर्जन करते हैं. भाजपा ने कलश यात्रा के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अस्थि विसर्जन तत्तापानी में ही किया था. प्रदेश का इतना महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल होने के बाद भी पीडब्ल्यूडी विभाग की ऐसी लापरवाही लोगों की समझ से परे है.

Shri Narasimha Temple of Karsog news, करसोग के श्री नरसिंह मंदिर की न्यूज
श्री नरसिंह मंदिर जाने वाला रास्ता

खुद करूंगा साइट विजिट: एसडीओ
पीडब्ल्यूडी सब डिवीजन चुराग के सहायक अभियंता आरएल ठाकुर का कहना कि खराब किए गए रास्ते को ठीक किया जाएगा. खुद भी एक दो दिनों में साइट विजिट पर जाऊंगा. वहीं स्थानीय निवासी रिटायर्ड कैप्टन एमसी शर्मा का कहना है कि पीडब्ल्यूडी विभाग ने गर्म पानी के चश्मों तक सड़क तो अच्छी बनाई है, लेकिन श्री नरसिंह मंदिर की तरफ की दीवार गिरा कर रास्ता बंद हो गया है. एमसी शर्मा ने कहा कि मंदिर परिसर में लोहड़ी को खिचड़ी पकाई जाती हैं. जहां मुख्यमंत्री सहित हजारों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करते हैं और इसी रास्ते को प्रयोग में लाया जाता है. उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग रास्ते को जल्दी से ठीक कर दे.

ये भी पढ़ें- ईयर इंडर 2019: हिमाचल को मिले दो गवर्नर, ब्यूरोक्रेसी में देखने को मिला बड़ा फेरबदल

Intro:करसोग पीडब्ल्यूडी विभाग की सामने आ रहे लापरवाही से लोगों की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। विभाग की ऐसी ही बड़ी लापरवाही शिमला-करसोग मार्ग से गर्म पानी के चश्मों के लिए सड़क को पक्का करने के दौरान सामने आई है। पीडब्ल्यूडी विभाग से सरकार की लताड़ के बाद गर्म पानी की ओर जाने वाली सड़क को तो चकाचक कर दिया, लेकिन इस दौरान यहां ड्रेनेज बनाने के लिए श्री नरसिंह मंदिर को जाने वाले रास्ते को जेसीबी से खोद दिया।Body: यही नहीं मंदिर को जाने वाले रास्ते का कुछ भाग जो खोदने से बच गया था, उस जगह को भी नाली से निकले पत्थर को मलवे से भर दिया गया। नतीजा अब लोगों को यहां से मंदिर की ओर आना और जाना भी मुश्किल हो गया है। खास बात ये है कि इसी नरसिंह मंदिर के परिसर में लोहड़ी के दिन प खिचड़ी बनाई जाती है और मुख्यमंत्री सहित तत्तापानी आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को प्रसाद के तौर पर बांटी जाती है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पिछले दो इसी रास्ते से होकर मंदिर परिसर में होने वाले कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे हैं। अब हजारों लोगों का यही रास्ता पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही की भेंट चढ़ गया है। लोगों ने लोहड़ी और मकर संक्रांति से पहले इस रास्ते को ठीक करने की मांग की है नहीं तो तत्तापानी आने पर इस मामले को मुख्यमंत्री से उठाया जाएगा।

नालियों की हालत खराब, यहीं से होकर सतलुज आरती करने जाएंगे मुख्यमंत्री:
पीडब्ल्यूडी विभाग ने लोगों के चौतरफा दवाब के बाद शिमला- करसोग मार्ग से गर्म पानी के चश्मों तक सड़क को तो चकाचक कर दिया है, लेकिन सड़क के साथ पानी के निकासी के लिए खोदी गई नालियों को कच्चा ही छोड़ दिया है। बता दें कि इसी मार्ग से होकर नदी के तट पर मुख्यमंत्री सतलुज की आरती करने जाएंगे। लोहड़ी और संक्रांति के अवसर पहली बार सतलुज आरती की जाएगी। यही नहीं जब तक नालियों को पक्का नहीं किया जाता है तब तक नालियों में लगातार पानी के बहाव से सड़क के उखड़ने का भी अंदेशा बना हुआ है। इसी खुदाई के दौरान नरसिंह मंदिर की ओर जाने वाला रास्ता भी ड्रेनेज की भेंट चढ़ा दिया गया था। स्थानीय लोग अब इस रास्ते को ठीक करने के लिए विभाग को शिकायत कर रहे हैं, लेकिन अब लोगों की इस मांग को सुना नहीं जा रहा है।

दो दिनों में हजारों श्रद्धालु आते हैं तत्तापानी:
प्रदेश सहित मंडी जिला का तीर्थ स्थल कहलाये जाने वाले तत्तापानी में अकेले लोहड़ी और संक्रांति के दिन देश सहित प्रदेश भर से हजारों श्रद्धालु पवित्र स्नान करने के लिए आते हैं। वैसे तो अब पूरे जनवरी माह में यहां लोगों का आना जाना लगा रहेगा। यहां तक कि तत्तापानी तीर्थ स्थल को प्रदेश हरिद्वार की भी कहा जाता है। इसकी वजह है कि जो लोग हरिद्वार नहीं जा सकते हैं। ऐसे लोग तत्तापानी में ही अस्थि विसर्जन करते हैं। भाजपा ने कलश यात्रा के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अस्थि विसर्जन तत्तापानी में ही किया था। प्रदेश का इतना महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल होने के बाद भी पीडब्ल्यूडी विभाग की ऐसी लापरवाही लोगों की समझ से परे है।

खुद करूंगा साइट विजिट: एसडीओ
पीडब्ल्यूडी सब डिवीजन चुराग के सहायक अभियंता आरएल ठाकुर का कहना कि खराब किए गए रास्ते को ठीक किया जाएगा। खुद भी एक दो दिनों में साइट विजिट पर जाऊंगा।

Conclusion:पूर्व कैप्टन एमसी शर्मा का कहना है कि पीडब्ल्यूडी विभाग ने गर्म पानी के चश्मों तक सड़क तो अच्छी बनाई है, लेकिन श्री नरसिंह मंदिर की तरफ की दीवार गिरा कर रास्ता बंद हो गया है। उनका कहना है कि मंदिर परिसर में लोहड़ी को खिचड़ी पकाई जाती हैं। जहां मुख्यमंत्री सहित हजारों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करते है और इसी रास्ते को प्रयोग में लाया जाता है। उन्होंने पीडब्ल्यूडी विभाग से रास्ते की ठीक करने की मांग की है।
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