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जलशक्ति विभाग की लापरवाही, सराहन गांव के सैकड़ों परिवार 20 दिनों से प्यासे - हिमाचल प्रदेश हिंदी न्यूज

उपमंडल करसोग के सराहन गांव में सैकड़ों परिवार जलशक्ति विभाग की लापरवाही के कारण पिछले 20 दिनों से सैकड़ों परिवार पानी को तरसे हैं. सराहन से गवालपुर तक सड़क की कटिंग का कार्य चल रहा है. ऐसे में कटिंग के निकले मलवे की नागानाला के समीप जंगल में अवैध डंपिंग की जा रही है. इससे नागानाला से होकर सराहन के लिए जाने वाली पानी की मैन लाइन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है.

सराहन गांव के ग्रामवासी
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Published : Dec 15, 2020, 6:00 PM IST

करसोग: उपमंडल करसोग के सराहन गांव में सैकड़ों परिवार जलशक्ति विभाग की लापरवाही के कारण पानी को तरसे हैं. यहां पिछले 20 दिनों से 150 से अधिक परिवार भारी पेयजल किल्लत की समस्या से जूझ रहे हैं. ऐसे में लोगों में जलशक्ति विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर भारी रोष है.

बताया जा रहा है कि इन दिनों सराहन से गवालपुर तक सड़क की कटिंग का कार्य चल रहा है. ऐसे में कटिंग के निकले मलवे की नागानाला के समीप जंगल में अवैध डंपिंग की जा रही है. इससे नागानाला से होकर सराहन के लिए जाने वाली पानी की मैन लाइन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. यही नहीं अवैध डंपिंग की वजह से नागानाला में देवदार सहित कई हरेभरे पेड़ों को भी भारी नुकसान पहुंचा है.

वीडियो.

हैरानी की बात है कि पिछले कई दिनों से हो रही अवैध डंपिंग से वन विभाग और जलशक्ति विभाग दोनों बेखबर है. अवैध डंपिंग के जुर्म में न तो वन विभाग ने पीडब्ल्यूडी विभाग के खिलाफ कोई कार्रवाई की है और न ही मैन पेयजल लाइन तोड़ने पर जलशक्ति विभाग ने कोई एक्शन लिया है.

वहीं बिना अनुमति के मैन लाइन को क्षति पहुंचाने के जुर्म में जलशक्ति विभाग ने पीडब्ल्यूडी को नोटिस तक देना भी जरूरी नहीं समझा. इस लापरवाही का खामियाजा अब सराहन सहित कई गांव की जनता को प्यासा रहकर भुगतना पड़ रहा हैं.

अवैध डंपिंग की वजह से पेयजल लाइन हुई क्षतिग्रस्त

स्थानीय लोगों को इस बात की जानकारी उस वक्त लगी जब गांव के लोग अपना जरूरी कार्य छोड़कर पानी की लाइन देखने स्पॉट पर पहुंचे तो पाया गया कि अवैध डंपिंग की वजह से पेयजल लाइन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है, जिसकी जानकारी लोगों ने फोन के माध्यम से जलशक्ति विभाग सहित पीडब्ल्यूडी, वन विभाग और ठेकेदार को भी दी, लेकिन लोगों का कहना है कि अभी तक इस मामले पर कोई भी उचित कार्रवाई नहीं हुई है.

कड़ी कार्रवाई की जाएगी

डीएफओ करसोग वन मंडल के डीएफओ वासु डोगर का कहना है कि मामला ध्यान में आया है. इस बारे में रेंज ऑफिसर को मौके का निरीक्षण करने के आदेश दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अवैध डंपिंग के जुर्म में नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

लाइन की जल्द किया जाएगा ठीक

एसडीओ जलशक्ति विभाग के एसडीओ दत्तराम का कहना है कि क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन को दरुस्त किया जा रहा है. इस बारे में निर्देश जारी किए गए हैं.

सराहन गांव में पिछले 20 दिनों से नहीं आ रहा पानी

युवक मंडल सराहन के प्रधान केहर सिंह का कहना है कि सराहन गांव में पिछले 20 दिनों से पानी नहीं आ रहा है. उनका कहना है कि इन दिनों सराहन से गवालपुर तक सड़क की कटिंग का कार्य चला है, जिसका मलवा नागानाला में जंगल के बीच डंप किया जा रहा है.

इस कारण जलशक्ति विभाग की मैन पेयजल लाइन पूरी तरह से टूट गई है. यही नहीं जंगल में देवदार सहित अन्य प्रजाति के पेड़ों को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिसकी जानकारी मौके पर से ही अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी, फॉरेस्ट गार्ड, जलशक्ति विभाग के एसडीओ को दी गई. उन्होंने कहा अभी तक कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा है.

करसोग: उपमंडल करसोग के सराहन गांव में सैकड़ों परिवार जलशक्ति विभाग की लापरवाही के कारण पानी को तरसे हैं. यहां पिछले 20 दिनों से 150 से अधिक परिवार भारी पेयजल किल्लत की समस्या से जूझ रहे हैं. ऐसे में लोगों में जलशक्ति विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर भारी रोष है.

बताया जा रहा है कि इन दिनों सराहन से गवालपुर तक सड़क की कटिंग का कार्य चल रहा है. ऐसे में कटिंग के निकले मलवे की नागानाला के समीप जंगल में अवैध डंपिंग की जा रही है. इससे नागानाला से होकर सराहन के लिए जाने वाली पानी की मैन लाइन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. यही नहीं अवैध डंपिंग की वजह से नागानाला में देवदार सहित कई हरेभरे पेड़ों को भी भारी नुकसान पहुंचा है.

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हैरानी की बात है कि पिछले कई दिनों से हो रही अवैध डंपिंग से वन विभाग और जलशक्ति विभाग दोनों बेखबर है. अवैध डंपिंग के जुर्म में न तो वन विभाग ने पीडब्ल्यूडी विभाग के खिलाफ कोई कार्रवाई की है और न ही मैन पेयजल लाइन तोड़ने पर जलशक्ति विभाग ने कोई एक्शन लिया है.

वहीं बिना अनुमति के मैन लाइन को क्षति पहुंचाने के जुर्म में जलशक्ति विभाग ने पीडब्ल्यूडी को नोटिस तक देना भी जरूरी नहीं समझा. इस लापरवाही का खामियाजा अब सराहन सहित कई गांव की जनता को प्यासा रहकर भुगतना पड़ रहा हैं.

अवैध डंपिंग की वजह से पेयजल लाइन हुई क्षतिग्रस्त

स्थानीय लोगों को इस बात की जानकारी उस वक्त लगी जब गांव के लोग अपना जरूरी कार्य छोड़कर पानी की लाइन देखने स्पॉट पर पहुंचे तो पाया गया कि अवैध डंपिंग की वजह से पेयजल लाइन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है, जिसकी जानकारी लोगों ने फोन के माध्यम से जलशक्ति विभाग सहित पीडब्ल्यूडी, वन विभाग और ठेकेदार को भी दी, लेकिन लोगों का कहना है कि अभी तक इस मामले पर कोई भी उचित कार्रवाई नहीं हुई है.

कड़ी कार्रवाई की जाएगी

डीएफओ करसोग वन मंडल के डीएफओ वासु डोगर का कहना है कि मामला ध्यान में आया है. इस बारे में रेंज ऑफिसर को मौके का निरीक्षण करने के आदेश दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अवैध डंपिंग के जुर्म में नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

लाइन की जल्द किया जाएगा ठीक

एसडीओ जलशक्ति विभाग के एसडीओ दत्तराम का कहना है कि क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन को दरुस्त किया जा रहा है. इस बारे में निर्देश जारी किए गए हैं.

सराहन गांव में पिछले 20 दिनों से नहीं आ रहा पानी

युवक मंडल सराहन के प्रधान केहर सिंह का कहना है कि सराहन गांव में पिछले 20 दिनों से पानी नहीं आ रहा है. उनका कहना है कि इन दिनों सराहन से गवालपुर तक सड़क की कटिंग का कार्य चला है, जिसका मलवा नागानाला में जंगल के बीच डंप किया जा रहा है.

इस कारण जलशक्ति विभाग की मैन पेयजल लाइन पूरी तरह से टूट गई है. यही नहीं जंगल में देवदार सहित अन्य प्रजाति के पेड़ों को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिसकी जानकारी मौके पर से ही अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी, फॉरेस्ट गार्ड, जलशक्ति विभाग के एसडीओ को दी गई. उन्होंने कहा अभी तक कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा है.

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