सराज: जंजैहली क्षेत्र में करीब एक महीने से तेंदुए के भय से लोग डरे हुए हैं. लोगों ने वन विभाग से तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की है. लोगों का कहना है कि तेंदुए के डर के चलते जंजैहली घाटी के लोग रात 7 बजे के बाद घर से निकलने में डरते हैं. लोगों ने वन विभाग अधिकारी नाचन को एक लिखित पत्र सौंपा है, जिसमें उन्होंने तेंदुए को पकड़ने की मांग की है.
इन गांवों में दहशत: जानकारी के मुताबिक तेंदुए के भय के चलते जंजैहली क्षेत्र बायला,भेखली,माटला थरेहण,व्योड,सुरागी,बुंगरैलचौक,धार शौधा सहित आसपास के इलाकों में भय का माहौल बना हुआ है. यादविंदर ठाकुर, सीमा ठाकुर, हितेंद्र कुमार ,चंपा ठाकुर, हेम सिंह, दामोदर देवी, खुशवंत सिंह, लोकेंद्र, टेक सिंह, निलमा कुमारी, अमर सिंह, इंदिरा देवी, लीलाधर, कर्म सिंह, ओम प्रकाश, रीना, फागुनी देवी, मंसाराम, लायक राम, नीना कुमारी, राकेश कुमार तेज सिंह, लीला देवी हरि सिंह, बबली ,सरोजिनी, लोगों ने बताया कि एक महीने से तेंदुए ने इस क्षेत्र में अपना आतंक मचाया हुआ , जो पशुओं और कुत्तों का शिकार कर रहा है.
अधिकतर गांव जंगल से लगे हुए: वहीं, क्षेत्र के लोगों ने बताया कि अधिकतर गांव जंगल के साथ लगे हुए हैं, जिसके चलते लोगों का बाहर जाना भी मुश्किल हो गया हैं. लोगों का कहना है कि कई बार तेंदुए की दिन में आवाजा आती है, उसके बाद वह खेतों में नहीं जा पाते. वहीं ,उन्होंने वन विभाग से अपील की है कि जल्द पिंजरा लगाकर तेंदुए को पकड़ा जाए, ताकि लोग भय मुक्त होकर खेतों में काम कर सके.
डीएफओ नाचन तीर्थराज धीमान ने बताया कि क्षेत्र के लोगों ने वन विभाग के पास अपनी शिकायत भेजी है. उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्होंने सुगंधित वन विभाग अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि वह रात को इन क्षेत्रों में ज्यादा गश्त करें, ताकि तेंदुए को पकड़ने में आसानी हो और वहां पर पिंजरा लगाया जा सके.
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