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रेड जोन से करसोग लौट रहे लोग होंगे संस्थागत क्वारंटाइन, नियम तोड़ने पर परिजनों को चुकानी होगी कीमत

करसोग में बाहरी राज्य के रेड जोन से आने वाले व्यक्तियों को अब इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन सेंटरों में रखा जा रहा है. क्वारंटाइन सेंटरों से समय अवधि पूरा किए बिना घर जाने वाले लोगों के परिजनों को भी होम क्वारंटाइन किया जाएगा. ऐसे परिवारों को घर पर ही हर तरह की सुविधा मुहैया करवाईॉ जाएगी.

Karsog institutional quarantine
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Published : May 14, 2020, 4:31 PM IST

करसोग/मंडी: प्रदेश में बाहरी राज्यों के रेड जोन से आ रहे लोगों के कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद प्रशासन और अधिक सतर्क हो गया है. करसोग क्षेत्र में कोरोना संक्रमण न फैले इसके लिए बाहरी राज्य के रेड जोन से आने वाले व्यक्तियों को अब इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन सेंटरों में रखा जा रहा है.

क्वारंटाइन सेंटरों से समय अवधि पूरा किए बिना घर जाने पर व्यक्ति के परिजनों को भी क्वारंटाइन किया जाएगा. करसोग प्रशासन के आदेशों के अनुसार होम क्वारंटाइन व्यक्ति के सभी परिजनों को 14 दिनों तक क्वारंटाइन में ही रहना होगा. कोई भी सदस्य घर से बाहर नहीं निकल सकेगा.

वीडियो.

ऐसे परिवारों के खाने और पीने की सप्लाई प्रशासन की ओर से गठित विशेष टीम के स्वंयसेवियों, प्रधानों, वार्ड सदस्यों व पंचायत सदस्यों द्वारा घर पर ही दी जाएगी. इस बारे में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी.

प्रशासन ने इस बारे में जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. बाहरी राज्यों के रेड जोन से वापिस आने वाले व्यक्तियों के लिए करसोग में इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन सेंटर बनाए हैं. यहां पर रखे जाने वाले व्यक्तियों के लिए सभी तरह की सुविधाओं का पूरा प्रबंध किया गया है.

इन सेंटरों पर निगरानी के लिए कर्मचारियों को भी नियुक्त कर दिया गया है. रेड जोन से आने के बाद करसोग की सीमा में प्रवेश करते ही ऐसे व्यक्तियों को घर भेजने की जगह सीधे ही इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन सेंटरों में भेजा जाएगा.

एसडीएम करसोग सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन सेंटरों से घर जाने वाले व्यक्ति के पूरे ही घर को क्वारंटाइन सेंटर घोषित किया जाएगा. इसके बाद परिवार के किसी घर से बाहर जाने की इजाजत नहीं होगी. प्रशासन की ओर से ऐसे लोगों के घर पर ही खाने-पीने की सप्लाई दी जाएगी. इस बारे में जरुरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

करसोग/मंडी: प्रदेश में बाहरी राज्यों के रेड जोन से आ रहे लोगों के कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद प्रशासन और अधिक सतर्क हो गया है. करसोग क्षेत्र में कोरोना संक्रमण न फैले इसके लिए बाहरी राज्य के रेड जोन से आने वाले व्यक्तियों को अब इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन सेंटरों में रखा जा रहा है.

क्वारंटाइन सेंटरों से समय अवधि पूरा किए बिना घर जाने पर व्यक्ति के परिजनों को भी क्वारंटाइन किया जाएगा. करसोग प्रशासन के आदेशों के अनुसार होम क्वारंटाइन व्यक्ति के सभी परिजनों को 14 दिनों तक क्वारंटाइन में ही रहना होगा. कोई भी सदस्य घर से बाहर नहीं निकल सकेगा.

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ऐसे परिवारों के खाने और पीने की सप्लाई प्रशासन की ओर से गठित विशेष टीम के स्वंयसेवियों, प्रधानों, वार्ड सदस्यों व पंचायत सदस्यों द्वारा घर पर ही दी जाएगी. इस बारे में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी.

प्रशासन ने इस बारे में जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. बाहरी राज्यों के रेड जोन से वापिस आने वाले व्यक्तियों के लिए करसोग में इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन सेंटर बनाए हैं. यहां पर रखे जाने वाले व्यक्तियों के लिए सभी तरह की सुविधाओं का पूरा प्रबंध किया गया है.

इन सेंटरों पर निगरानी के लिए कर्मचारियों को भी नियुक्त कर दिया गया है. रेड जोन से आने के बाद करसोग की सीमा में प्रवेश करते ही ऐसे व्यक्तियों को घर भेजने की जगह सीधे ही इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन सेंटरों में भेजा जाएगा.

एसडीएम करसोग सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन सेंटरों से घर जाने वाले व्यक्ति के पूरे ही घर को क्वारंटाइन सेंटर घोषित किया जाएगा. इसके बाद परिवार के किसी घर से बाहर जाने की इजाजत नहीं होगी. प्रशासन की ओर से ऐसे लोगों के घर पर ही खाने-पीने की सप्लाई दी जाएगी. इस बारे में जरुरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

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