मंडी: विकासखंड बल्ह की ग्राम पंचायत चलाह का एक प्रतिनिधिमंडल एडीसी मंडी जतिन लाल से मिला और उनकी पंचायत को नगर निगम में शामिल ना करने को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया. पंचायत के बाशिंदों का कहना है कि पूरा क्षेत्र कृषि पर निर्धारित है और नगर निगम बन जाने से उन्हें आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.
चलाह पंचायत की जनता का कहना है कि नगर निगम में शामिल हो जाने के बाद उन्हें मनरेगा के अंतर्गत कार्य नहीं मिलेंगे और भौगोलिक दृष्टि से उनकी पंचायत मुख्यालय से दूर है. उनका कहना है कि नगर निगम के भारी टैक्स अदा करने में ग्रामीण असमर्थ हैं और उन्हें नगर निगम में ना शामिल किया जाए.
चलाह पंचायत के स्थानीय परश राम का कहना है कि ग्राम पंचायत से उनके गांव को हर प्रकार की सुविधाएं प्राप्त हो रही है और गांव में नगर निगम की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि गांव के लोग नगर निगम के अंतर्गत आने वाले टैक्स नहीं भर सकते और कुछ लोग तो इतने गरीब है कि मुश्किल से अपने परिवार का गुजारा कर पाते हैं.
गौरतलब है कि नगर निगम में ना शामिल होने के लिए जिला के साथ लगती विभिन्न पंचायतों का विरोध लगातार जारी है. मंगलवार को भी एक प्रतिनिधिमंडल एडीसी मंडी से मिला और उन्हें नगर निगम में ना शामिल करने के लिए ज्ञापन सौंपा. वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि अगर उनकी पंचायत को नगर निगम में शामिल कर दिया जाता है तो उन्हें हर छोटे बड़े कामों के लिए शहर जाकर नगर निगम के चक्कर काटने पड़ेंगे.
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि उनकी पंचायत को नगर निगम में ना शामिल किया जाए ताकि गांव के गरीब परिवारों को बाद में असुविधा का सामना ना करना पड़े.
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