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मंडी में मौसम साफ लेकिन परेशानियां बरकरार, 443 ट्रांसफार्मर व 146 पेयजल योजनाएं ठप - मंडी में सड़क बहाली में जुटा प्रशासन

मंडी जिला में मौसम तो साफ हो गया है, लेकिन बर्फबारी से प्रभावित इलाकों में अभी भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, प्रशासन जेसीबी और टिप्पर की मदद से जहां सड़कों को बहाल करने में लगा है वहीं कई सड़कों पर आवाजाही को शुरू करने की दिशा में भी काम तेजी से किया जा रहा है. पेयजल योजानाओं के प्रभावित होने के कारण भी कई जगह पर लोग परेशान हैं.

मंडी में मौसम साफ लेकिन नहीं हुई परेशानिया कम, कहीं ब्लैक आउट तो कहीं नहीं मिला पानी
Weather clear in Mandi but trouble due to snowfall
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Published : Jan 10, 2020, 1:13 PM IST

मंडी: जिले मंडी में मौसम तो साफ हो गया है, लेकिन लोगों की परेशानियां कम नहीं हुई हैं. बर्फबारी से प्रभावित इलाकों में अभी भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि प्रशासन जेसीबी और टिप्पर की मदद से सड़कों को बहाल करने में लगा है.

जानकारी के मुताबिक 79 सड़कों में से 27 सड़कों पर आवाजाही बहाल हो गई. 54 जेसीबी, 12 टिप्पर से सड़कों को बहाल करने का काम किया जा रहा है. कोहरा पड़ने से सड़कों पर जमी बर्फ शीशे के समान हो गई. सराज, चौहारघाटी और नाचन के कई क्षेत्र कटे रहे. सड़कों पर जमी बर्फ के कारण सड़कें बहाल करने के कार्य में भी परेशानी हो रही है. जबकि पानी की पाइपें जाम होने से अधिकांश क्षेत्रों में पानी की सप्लाई प्रभावित रही. पारा माइनस में जाने से बड़ा देव कमरुनाग की पवित्र झील जम गई .सीएम के गृह क्षेत्र सराज में 42, करसोग में 11, मंडी में 12, सुंदरनगर में 9, गोहर में पांच सड़कें अवरुद्ध हो गईं .

वीडियो रिपोर्ट
बर्फ साफ करने में लगाई गई जेसीबी मशीनें और टिप्पर

सड़कों को खोलने के लिए 54 जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं जबकि 12 से अधिक टिप्पर को भी बर्फ हटाने में लगाया गया है. मजदूरों की बात की जाए तो बड़ी संख्या में इस काम में लगे हैं. कोहरे और शीशा बन चुकी बर्फ को हटाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

गांवों में अंधेरा, 443 ट्रांसफार्मर ठप

भारी बर्फबारी और बारिश से सैकड़ों गांवों की बिजली आपूर्ति ठप है. कड़ाके की सर्दियों में लोग अंधेरे में बिना हीटर और गीजर और अन्य बिजली के उपकरणों के बगैर रहना पड़ रहा है.बर्फबारी से बुधवार को 722 ट्रांसफार्मर बंद थे,लेकिन वीरवार को मौसम खुलने के बाद 283 ट्रांसफार्मर बहाल हो सके हैं जबकि 443 ट्रांसफार्मर बंद पड़े है.

146 पेयजल योजनाएं प्रभावित

भारी बर्फबारी के चलते सराज, नाचन और चौहारघाटी में करीब 367 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई . जिसमें 221को वीरवार को बहाल कर दिया गया 146 पेयजल योजनाएं अभी भी प्रभावित हैं. लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

एडीएम मंडी श्रवण मांटा ने बताया बर्फबारी से निपटने के लिए सभी विभागों और उपमंडल स्तर के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं. हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासनिक अधिकारी मुस्तैदी से काम मे जुटे हैं. उन्होंने कहा कि मौसम साफ होने के बाद राहत कार्य तेज कर दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में बर्फबारी बनी मुसीबत, शिमला में सड़क बहाल नहीं होने के कारण समय पर नहीं पहुंच रहा दूध

मंडी: जिले मंडी में मौसम तो साफ हो गया है, लेकिन लोगों की परेशानियां कम नहीं हुई हैं. बर्फबारी से प्रभावित इलाकों में अभी भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि प्रशासन जेसीबी और टिप्पर की मदद से सड़कों को बहाल करने में लगा है.

जानकारी के मुताबिक 79 सड़कों में से 27 सड़कों पर आवाजाही बहाल हो गई. 54 जेसीबी, 12 टिप्पर से सड़कों को बहाल करने का काम किया जा रहा है. कोहरा पड़ने से सड़कों पर जमी बर्फ शीशे के समान हो गई. सराज, चौहारघाटी और नाचन के कई क्षेत्र कटे रहे. सड़कों पर जमी बर्फ के कारण सड़कें बहाल करने के कार्य में भी परेशानी हो रही है. जबकि पानी की पाइपें जाम होने से अधिकांश क्षेत्रों में पानी की सप्लाई प्रभावित रही. पारा माइनस में जाने से बड़ा देव कमरुनाग की पवित्र झील जम गई .सीएम के गृह क्षेत्र सराज में 42, करसोग में 11, मंडी में 12, सुंदरनगर में 9, गोहर में पांच सड़कें अवरुद्ध हो गईं .

वीडियो रिपोर्ट
बर्फ साफ करने में लगाई गई जेसीबी मशीनें और टिप्पर

सड़कों को खोलने के लिए 54 जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं जबकि 12 से अधिक टिप्पर को भी बर्फ हटाने में लगाया गया है. मजदूरों की बात की जाए तो बड़ी संख्या में इस काम में लगे हैं. कोहरे और शीशा बन चुकी बर्फ को हटाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

गांवों में अंधेरा, 443 ट्रांसफार्मर ठप

भारी बर्फबारी और बारिश से सैकड़ों गांवों की बिजली आपूर्ति ठप है. कड़ाके की सर्दियों में लोग अंधेरे में बिना हीटर और गीजर और अन्य बिजली के उपकरणों के बगैर रहना पड़ रहा है.बर्फबारी से बुधवार को 722 ट्रांसफार्मर बंद थे,लेकिन वीरवार को मौसम खुलने के बाद 283 ट्रांसफार्मर बहाल हो सके हैं जबकि 443 ट्रांसफार्मर बंद पड़े है.

146 पेयजल योजनाएं प्रभावित

भारी बर्फबारी के चलते सराज, नाचन और चौहारघाटी में करीब 367 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई . जिसमें 221को वीरवार को बहाल कर दिया गया 146 पेयजल योजनाएं अभी भी प्रभावित हैं. लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

एडीएम मंडी श्रवण मांटा ने बताया बर्फबारी से निपटने के लिए सभी विभागों और उपमंडल स्तर के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं. हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासनिक अधिकारी मुस्तैदी से काम मे जुटे हैं. उन्होंने कहा कि मौसम साफ होने के बाद राहत कार्य तेज कर दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में बर्फबारी बनी मुसीबत, शिमला में सड़क बहाल नहीं होने के कारण समय पर नहीं पहुंच रहा दूध

Intro:मंडी। चार दिन बाद वीरवार को मौसम साफ रहा। धूप खिली, लेकिन बर्फबारी से प्रभावित क्षेत्रों में दुश्वारियां बरकरार रही। कोहरा पड़ने से सड़कों पर जमी बर्फ शीशे के समान हो गई। वीरवार शाम तक 79 सड़कें बहाल नहीं हो सकी हैं। जबकि 27 सड़कों पर आवाजाही बहाल कर दी गई है।
आज मौसम साफ होने पर थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।Body:चौथे दिन भी सराज, चौहारघाटी और नाचन के कई क्षेत्र शेष विश्व से कटे रहे। सड़कें जाम होने के कारण सड़कें बहाल करने के कार्य में भी परेशानी आई।जबकि पानी की पाइपें जाम होन से अधिकांश क्षेत्रों में पानी की सप्लाई प्रभावित रही। वहीं सैकड़ों गांवों में बिजली भी ठप रही। इस दौरान कड़ाकें की ठंड में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पारा माईनस में जाने से जिला के बड़ा देव कमरुनाग की पवित्र झील जम गई है। सीएम के गृह क्षेत्र सराज में 42 ,करसोग में 11 , मंडी में 12, सुंदरनगर में 9, गोहर में पांच सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं।

बाइट : श्रवण मांटा, एडीएम मंडी
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54 जेेसीबी 12 टिप्पर काम पर लगे
जिला भर में सड़कों को खोलने के लिए 24 जेसीबी काम में जुटी हैं। जबकि एक दर्जन से अधिक टिप्पर लगाए गए हैं। जबकि सैकड़ों की लेबर सड़कों को बहाल करने में जुटी हैं। लेकिन कोहरे के कारण बर्फ शीशा बन चुकी है। सड़कों से जमी बर्फ को हटाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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सैकड़ों गांव अंधेरे में, 443ट्रांसफार्मर ठप
जिला भर में भारी बर्फबारी और बारिश से सैकड़ों गांवों की बिजली आपूर्ति ठप है। कड़ाके की सर्दियों में लोग अंधेरे में बिना हीटर और गीजर और अन्य बिजली के उपकरणों के बगैर रहना पड़ रहा है। बर्फबारी से बुधवार को 722 ट्रांसफार्मर बंद थे। लेकिन वीरवार को मौसम खुलने के बाद 283 ट्रंासफार्मर बहाल हो सके हैं। जबकि 443 ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं।
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146 पेयजल योजनाएं प्रभावित
भारी बर्फबारी के चलते सराज, नाचन और चौहारघाटी में करीब 367 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई थी। जिसमें 221को वीरवार को बहाल कर दिया गया है। 146 पेयजल योजनाएं अभी भी प्रभावित हैं। लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।Conclusion:राहत कार्य हुए तेजः एडीएम
एडीएम मंडी श्रवण मांटा का कहना है कि जिला में बर्फबारी से निपटने के लिए सभी विभागों और उपमंडल स्तर के अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दिए गए हैं। हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासनिक अधिकारी मुस्तैदी से काम मे जुटे हैं। उन्होंने कहा कि मौसम साफ होने के बाद राहत कार्य तेज कर दिए हैं।
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