करसोग: हिमाचल में आई आपदा में कई लोगों की जान चली गई. ताजा मामला मंडी जिले के करसोग का है जहां समय पर इलाज नहीं मिलने के चलते एक व्यक्ति की जान चली गई. दरअसल, उपमंडल करसोग के तहत दुर्गम पंचायत तुमन को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग में शकैलड़ खड्ड के पास दो सप्ताह पहले लैंडस्लाइड हो गया था. जिसके कारण सड़क बंद हो गई थी. वहीं, समय पर सुध न लेने की वजह से तुमन गांव के बीमार व्यक्ति नुपाराम को चारपाई पर लिटा कर आनी में अस्पताल ले जाना पड़ा, लेकिन समय पर इलाज न मिलने से व्यक्ति की जान नहीं बच पाई.
भारी बारिश से हुआ लैंडस्लाइड: दरअसल, पिछले महीने 12 से 14 अगस्त के बीच हुई भारी बारिश से शकैलड़ खड्ड पर बने पुल के पास लैंडस्लाइड होने से सड़क बंद हो गई थी. जिस वजह से तुमन पंचायत तहसील मुख्यालय से भी कट गई थी. जिसके बाद स्थानीय जनता लोक निर्माण विभाग से कई बार सड़क मार्ग खोले जाने को लेकर गुहार लगाती रही, लेकिन सड़क मार्ग को यातायात के लिए समय पर नहीं खोला गया. जिसके कारण 31 अगस्त को तुमन गांव के अधेड़ उम्र के एक बीमार व्यक्ति को ग्रामीणों की मदद से चारपाई पर लिटा कर आनी में स्थित अस्पताल ले जाना पड़ा, लेकिन इसके बाद भी व्यक्ति की जान नहीं बच सकी.
'सड़क बंद होने का मामला 30 अगस्त को ही ध्यान में आया है. जिसके तुरंत बाद सड़क खोलने के लिए जेसीबी भेजी गई है. दो से तीन दिनों में सड़क को खोल दिया जाएगा. सड़क कब बंद हुई थी, इसकी फील्ड अधिकारियों से रिपोर्ट ली जाएगी.' :- धर्मेद्र कुमार वर्मा, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर
समय पर नहीं खोला गया सड़क: ग्रामीणों का आरोप है कि अगर सड़क मार्ग को समय पर वाहनों के लिए खोला गया होता, तो व्यक्ति की जान को जल्दी अस्पताल पहुंचकर बचाया जा सकता था. वहीं, पंचायत प्रधान प्रकाश चंद का कहना है कि पिछले करीब दो सप्ताह से सड़क मार्ग को वाहनों के लिए बहाल नहीं किया गया था. इस बारे में कई बार विभाग को सूचित किया गया, लेकिन अभी तक सड़क मार्ग को नहीं खोला गया है. उन्होंने कहा की अगर सड़क को वाहनों के लिए समय पर खोला जाता तो व्यक्ति की जान बच सकती थी.
ये भी पढ़ें: Mandi Landslide: ज्वाली गांव के प्रभावितों के सब्र का टूटा बांध, बोले- सरकार ले हमारी जिम्मेदारी, नहीं तो गोली मार दे