मंडी/करसोग: दुर्गम क्षेत्र जूजर में खड्ड में बाढ़ आने के कारण कूंड सहित आसपास के इलाकों में इन दिनों स्थानीय लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शुक्रवार सुबह भी भारी बारिश से जूजर खड्ड में जलस्तर बहुत बढ़ गया, जिस कारण खड्ड पर पुल न होने से बगशाड सहित माहूंनाग स्कूल जा रहे बच्चों को मजबूरन वापस लौटना पड़ा.
हैरानी की बात यह है कि तीन पंचायतों के तहत पड़ने वाले अति दुर्गम क्षेत्रों की जनता की सुविधा के लिए प्रशासन आजादी के सात दशक बाद भी एक पुल का निर्माण भी नहीं कर सका. यहां के दुर्गम क्षेत्रों कूंड, मुरटी, खनेरू, जूजर, करेलटी, घावला व दुधली में लोगों को प्रदेश सरकार सड़क सुविधा से भी नहीं जोड़ पाई है.
ऐसे में यहां लोग जान जोखिम में डाल कर तंग और कठिन रास्तों से होकर सफर करने को मजबूर हैं. खासकर स्कूल जाने वाले छात्रों को खड्ड के ऊपर से गुजर कर हर रोज मुश्किल हालातों से जूझना पड़ रहा है. स्थिति ये है कि बरसात के दिनों में हर बार खड्ड आने पर छात्रों को स्कूल से छुट्टी करनी पड़ती है.
शेल्फ अप्रूव जल्द होगा शुरू काम: लता देवी
बगशाड पंचायत की प्रधान लता देवी का कहना है कि मनरेगा में जूजर खड्ड पर पुल की शेल्फ अप्रूव हो गई है. अब प्राथमिकता के आधार पर जल्द ही पुल का कार्य शुरू किया जाएगा.
अपनी जरूरी कार्यवाई पूरी करे पंचायत: बीडीओ
करसोग विकासखंड के बीडीओ राजेंद्र सिंह टेजटा का कहना है कि पंचायत अपनी जरूरी कार्रवाई को पुरा करे तो हमारी ओर से कोई देरी नहीं होगी. इस बारे में अधिकारियों को भी निर्देश दिए जा रहे हैं.