मंडी: मंडी में एचआरटीसी द्वारा अतिक्रमण का हवाला देकर निगम की जमीन पर जाले लगाए जा रहे हैं. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने एचआरटीसी के इस फैसले का विरोध शुरू कर दिया है. इस विरोध के चलते एचआरटीसी और लोगों के बीच विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल एचआरटीसी के डीएम के आदेशों पर नेला वार्ड में कुछ लोगों के घरों के बाहर जाले लगा दिए गए हैं.
घरों के बाहर जाले लगाने पर बढ़ा बवाल: मिली जानकारी के अनुसार निगम ने बाकायदा इन जालों को लगाने के लिए टेंडर निकाले हैं और अब यह जाले लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. हालांकि निगम द्वारा लोगों के घरों के लिए बने रास्तों पर यह जाले नहीं लगाए गए हैं, लेकिन स्थानीय लोगों ने बताया कि इन रास्तों पर भी जाले लगाने की धमकी दी जा रही है.
HRTC के विरोध में उतरे नेला वार्ड के लोग: स्थानीय निवासी अनिल बैहल, अशोक शर्मा, विजय शर्मा और सोनिया ने बताया कि जिस रास्ते को निगम वाले बंद कर रहे हैं, वो रास्ता सदियों पुराना है. निगम अवैध कब्जों की बात कर रहा है, जबकि निगम की जमीन पर किसी ने भी कोई कब्जा नहीं किया है. स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत निगम के जीएम और डीसी मंडी से भी की है और मौके पर आकर इसका समाधान करने की गुहार लगाई है. लोगों का कहना है कि घरों के बाहर लगे जालों से उन्हें अपने ही घर कैदखाने की तरह लगने लग गए हैं.
कोर्ट में जाने की दी चेतावनी: वहीं, इस संदर्भ में नेला वार्ड के लोगों ने सेवानिवृत एचएएस एवं अधिवक्ता बीआर कौंडल से भी राय ली. बीआर कौंडल का कहना है कि कानूनी प्रावधान के तहत किसी का रास्ता नहीं रोका जा सकता. निगम जो कर रहा है वो गलत है और यदि जरूरत पड़ी तो इसके खिलाफ न्यायलय में याचिका भी दायर की जाएगी.
'अपनी जमीन को कर रहे प्रोटेक्ट': इस मामले को लेकर जब मंडी एचआरटीसी के डीएम विनोद ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि लोग निगम की जमीन पर अतिक्रमण कर रहे हैं. इसलिए जमीन को प्रोटेक्ट करने के लिए यह जाले लगाए गए हैं. किसी के रास्ते को नहीं रोका गया है और न ही रोका जाएगा. यदि लोगों को लग रहा है कि उनके साथ गलत हुआ है तो वे न्यायालय का दरवाजा खटखटा सकते हैं. हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम पूरे नियमों के तहत काम कर रहा है.
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