मंडी: बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश महासचिव केएस जम्वाल ने कहा कि एससी/एसटी वर्ग के कुछ शरारती तत्वों द्वारा एससी/एसटी एक्ट के दुरुपयोग कर राजपूत व सामान्य वर्ग के लोगों को बदनाम किया जा रहा है. उन्होंने लोगों से इसपर विरोध करने का आग्रह किया और सभा के सदस्यता अभियान को भी गति प्रदान कर सभी राजपूत परिवारों को विशेषकर महिलाओं और युवाओं को एक साथ जोड़ने व आगे के सघंर्ष के लिए तैयार रहने का आग्रह किया.
केएस जम्वाल ने बताया कि वर्तमान आरक्षण की व्यवस्था आगामी 25 जनवरी 2020 को समाप्त होने जा रही है, जिसे केंद्र सरकार द्वारा आगे न बढ़ाने हेतु हिमाचल राजपूत महासभा और अन्य राज्यों के राजपूत और सामान्य वर्ग के संगठनों द्वारा प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर जारी संघर्ष में बढ़-चढ़कर सहयोग करने और इसमें सक्रिय भाग लेने का आह्वान किया.
राजपूत सभा के सदस्यों ने सामान्य वर्ग के न्याय के मौलिक अधिकार को बहाल करने हेतु एससी/एसटी एक्ट की तानाशाही धाराओं को हटाकर इसमें उचित संशोधन करने और अंतरजातीय विवाह पर ढाई लाख रूपये की भारी-भरकम राशि को तुरंत बंद करने के लिए भी आग्रह किया. समुदाय ने मांगे पूरी न होने पर सरकार को जिला व ब्लॉक स्तर पर जागरूकता रैलियां निकालकर संघर्ष तेज करने की चेतावनी दी.