मंडी: मंडी शहर में अब से पालतू कुत्तों के लिए नगर निगम मंडी ने नए नियम बनाए हैं. अगर आप भी अपने पालतू कुत्ते को सैर के बहाने शौच करवाने के लिए ले जाते हैं तो फिर यह खबर आपके लिए ही है. शहर में पालतू कुत्तों से खुले में शौच करवाने पर नगर निगम मंडी ने ऐसे शहरवासियों के खिलाफ अब कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. खुले में पालतू कुत्तों से शौच करवाने पर ऐसे मालिकों को अब नगर निगम जुर्माना करने जा रही है. नगर निगम मंडी ने इसके लिए सख्त हिदायत जारी कर दी है.
'मंडी नगर निगम ने कुत्ता पालने वालों के लिए जारी की सख्त हिदायत': नगर निगम मंडी के उपमहापौर वीरेंद्र भट्ट ने बताया कि नगर निगम ने पाया कि कुछ लोग अपने पालतू कुत्तों को सुबह-शाम की सैर के बहाने खुले में शौच करवाते के लिए ले जाते हैं. जिससे शहर में गंदगी फैल रही है. इसी बात को मध्यनजर रखते हुए मंडी नगर निगम ने यह सख्त हिदायत जारी की है की यदि कोई भी व्यक्ति ऐसा करता पाया जाता है तो उसे भारी जुर्माना भरना होगा. वहीं उन्होंने कहा कि नगर निगम के दायरे में रहने वाले लोगों को अपने पालतु कुत्ते का नगर निगम मंडी के कार्यालय में पंजीकरण करवाना होगा. उपमहापौर ने कहा कि पंजीकरण के बिना अब घरों में कुत्ता पालने की इजाजत नहीं है.
'मंडी शहर में 270 बेसहारा कुत्तों की हुई नसबंदी': मंडी नगर निगम के उपमहापौर वीरेंद्र भट्ट ने बताया कि पिछले 3 महीनों में मंडी शहर के 110 लोगों ने अपने कुत्तों का पंजीकृत करवाया है. मंडी नगर निगम में 1 कुत्ते के पंजीकरण का 600 रुपये फीस और प्रति वर्ष के लिए 500 रुपये फीस ली जाती है. वहीं, उन्होंने बताया कि मंडी शहर में अब तक 270 बेसहारा कुत्तों की नसबंदी हो चुकी है. एक समय में सात कुत्तों की नसबंदी की जाती है, ताकि शहर में बेसहारा कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण पाया जा सके.
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