मंडी: छोटी काशी मंडी ने हिमाचल प्रदेश को एक सीएम दिया है. इसके साथ ही कई दिग्गज नेता मंडी का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. इसके बाद भी सदर विधानसभा क्षेत्र मंडी के कई गांव आज भी सड़क सुविधा से महरूम हैं. मंडी शहर के साथ लगती कोटली तहसील के तहत कई ऐसे गांव हैं जो आज दिन तक सड़क सुविधा से नहीं जुड़ पाए हैं. हालात ये हैं कि मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए चारपाई या बांसके डंडों का सहारा लेना पड़ता है.
सदर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत दरुबल के अलग गांव का एक प्रतिनिधिमंडल गांव को सड़क सुविधा से जोड़ने के लिए अतिरिक्त जिला उपायुक्त जतिन लाल से भी मिला.ग्रामीणों का कहना है कि यदि उनके गांव में कोई बीमार पड़ जाए तो मरीज को चारपाई व बांस के डंडे पर बांधकर 200 मीटर खड़ी चढ़ाई को पार करते हुए मुख्य संपर्क मार्ग तक पहुंचाया जाता हैं. जिसमें काफी समय लग जाता हैं और कई बार मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देता हैं. बता दें कि पिछले दिनों अलग गांव की एक महिला जिसकी डिलीवरी हुई थी और महिला को अस्पताल में उपचार के लिए ले जाते समय क्षेत्र के दर्जनों लोगों ने बांस के डंडे में बांधकर मुख्य संपर्क मार्ग तक पहुंचाया.
प्रदेश सरकार से उठाई मांग
अलग गांव के स्थानीय निवासी चमन ने बताया कि गांव में सड़क न होने के कारण लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा की सड़क से नीचे हरिजन बस्ती तक जमीन खाली पड़ी है. जिसे संपर्क मार्ग से जोड़ा जा सकता है. उन्होंने प्रशासन, सदर विधायक और प्रदेश सरकार से उनके गांव को सड़क सुविधा से जोड़ने की मांग की है. बता दें कि मंडी सदर पंडित सुखराम परिवार की कर्मभूमि रही है. वर्तमान में उनके बेटे अनिल शर्मा मंडी सदर से विधायक हैं.
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