सुंदरनगर: हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड लिमिटेड डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन और कनिष्ठ एवं अतिरिक्त सहायक अभियंता संघ के प्रदेश कार्यकारिणी की संयुक्त बैठक सुंदरनगर में आयोजित हुई. बैठक में संघ ने सरकार से लंबित मांगों को पूरा करने की मांग उठाई.
इस मौके पर डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष इंजीनियर डीएस ढटवालिया और कनिष्ठ एवं अतिरिक्त सहायक अभियंता संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुनील वर्मा ने संयुक्त बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि कहा एचपीएसईबी (HPASEB) विद्युत बोर्ड लिमिटेड प्रबंधन जेई के पद पर भर्ती मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहा है. जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हिमाचल प्रदेश का विद्युत बोर्ड एकमात्र ऐसा संस्थान है जहां जेई के पद पर 3 वर्ष के डिप्लोमा होल्डर की बजाए डिग्री धारक और अन्य को इस पद पर भर्ती करने में लगा हुआ है. उन्होंने कहा कि बोर्ड प्रबंधन की मनमानी के विरोध में प्रदेश के दोनों संगठन एकजुट हो गए हैं और मिलकर संघर्ष करने का निर्णय लिया है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 1400 जेई के सृजित पद पर वर्तमान में 800 पद खाली चल रहे हैं. जिसका सीधा दबाव कार्यरत कनिष्ठ अभियंताओं के ऊपर पड़ रहा है. संघ ने निर्धारित आयु सीमा पार करने वाले डिप्लोमा धारकों को 50 प्रतिशत बैच बाइज रखने की मांग की. संघ ने निर्णय लिया कि जल्द ही प्रदेश स्तरीय महा अधिवेशन का आयोजन किया जाएगा. इसमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और विद्युत बोर्ड प्रबंधन को विशेष रूप से आमंत्रित किए जाएंगे.
संघ का कहना है कि विद्युत प्रबंधन व हिमाचल सरकार डिप्लोमा इंजीनियर के मांगों को पूरा नहीं करेगा तो इंजीनियर सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे. जिसमें कार्यरत कनिष्ठ अभियंता सहित बहुतकनीकी कॉलेजों से निकले डिप्लोमा होल्डर बेरोजगारों को भी शामिल किया जाएगा. इस अवसर पर ई. केसी भारती, विजय पटियाल, मनोहर लाल, एलसी परमार, धर्मेंद्र शर्मा, रेवती रमन, गुलाब सिंह, बलवंत सेन, कपूर सिंह और महेश चौधरी सहित अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे.
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