मंडीः मंडी अस्पताल प्रबंधन पर बच्चा बदलने का आरोप लगा है. मधु निवासी कुम्मी गांव का आरोप है कि 29 मई की रात को 2 बजकर 44 मिनट पर जोनल अस्पताल मंडी में एक बच्चे को जन्म दिया. अस्पताल के कर्मियों ने एक बार नहीं बल्कि 3 बार बेटा होने पर बधाई दी, लेकिन बाद में नवजात लड़की हाथ में थमा दी.
शिकायत सौंपकर की निष्पक्ष जांच की मांग
जैसे ही परिवार को इस बात का पता चला तो मधु के पति विजय कुमार ने चौकी जाकर इसकी लिखित शिकायत दी. विजय ने बताया कि पहले तो पुलिस ने आने से आनाकानी की, लेकिन बाद में आए भी तो सिर्फ खानापूर्ति करके वापिस चले गए. किसी कागज पर उसके हस्ताक्षर करवाए और कहा कि कोई गड़बड़ नहीं हुई है सिर्फ कुछ गलतफहमी हो गई थी. विजय कुमार ने जिला प्रशासन और पुलिस को इसकी शिकायत सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच और डीएनए टेस्ट करवाने की मांग उठाई है, ताकि सच सामने आ सके.
क्या कहना है मधु का
वहीं, इस बारे में मधु ने कहा कि वहां मौजूद कर्मियों ने कहा कि बधाई हो, आपको बेटा हुआ है और उसका वजन 3 किलो है. उनका कहना है कि डिलीवरी रूम में 1, 2 नहीं बल्कि 3 बार यही बताया गया कि उसके बेटा हुआ है. अगली सुबह जब नवजात को टीका लगाने के लिए ले जाने लगे तो मालूम हुआ कि उन्हें तो लड़के की जगह लड़की दे दी गई है. उन्होंने कहा कि जब इस बारे में छानबीन शुरू की तो मौके पर मौजूद कर्मियों ने यह कहकर बात टाल दी कि बोलने में गलती हो गई थी, जबकि मधु का इससे पहले भी एक बेटा है. यह उसकी दूसरी डिलीवरी थी.
मामले की जांच पड़ताल करने के दिए निर्देश
एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि उनके पास शिकायत आई है और पुलिस को दोबारा से मामले की जांच पड़ताल करने के निर्देश दे दिए गए हैं. यदि जरूरत पड़ी तो फिर डीएनए टेस्ट भी करवाया जाएगा. यदि किसी की लापरवाही पाई जाती है तो फिर नियमानुसार कार्रवाई अम्ल में लाई जाएगी. बता दें कि प्रदेश में ऐसा पहले भी हो चुका है और उसमें भी डीएनए टेस्ट करवाने के बाद ही यह पता चला था कि बच्चों की अदला-बदली हुई है या नहीं.
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