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Mandi Weather Update: मंडी जिले में भारी बारिश के बाद तबाही का मंजर, दो की मौत, 208 सड़कें बंद, बिजली गुल - मंडी में बाढ़

मंडी जिले में भारी बारिश से हालात बद से बदतर हो गए हैं. हालांकि जिले में बारिश का दौर थम गया, लेकिन नदी नाले अभी भी उफान पर हैं. बारिश के बाद मंडी में तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है. जिले में कहीं सड़कें बंद हैं तो कहीं पर बिजली गुल है. मंडी में हर ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है, लेकिन पीने के पानी के लिए लोग तरसने को मजबूर हैं. (Devastation after Heavy Rain in Mandi) (Beas River Flood in Mandi)

Devastation after Heavy Rain in Mandi.
मंडी जिले में तबाही का मंजर.
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Published : Jul 11, 2023, 7:17 AM IST

Updated : Jul 11, 2023, 8:11 AM IST

आफत की बारिश से पानी-पानी हुआ मंडी जिला.

मंडी: बीते अढ़ाई दिनों के महाजलप्रलय के बाद मंडी जिले में सोमवार को बारिश का दौर तो थम गया, लेकिन ब्यास नदी में उफान के चलते हालात अभी तक नहीं सुधरे हैं. मिली जानकारी के अनुसार भारी बारिश और नदी नालों में आई बाढ़ से मंडी जिले में दो और लोगों की मौत हो गई है. ब्यास नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बताया जा रहा है कि पंचवक्त्र मंदिर सहित आसपास का इलाका और पुराना पंडोह बाजार फिर से बाढ़ के पानी में डूब गया. जिससे लोगों में दहशत का माहौल है. सैंकड़ों सैलानी मंडी और कुल्लू जिले में फंसे हुए हैं.

आफत की बारिश: मिली जानकारी के अनुसार ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ने से भ्यूली और सौली खड्ड में सोमवार को भी दर्जनों परिवारों से एहतियातन तौर घर खाली करवाए गए. बताया जा रहा है कि मंडी जिले में अभी भी 208 सड़कें बंद हैं. मंडी-कुल्ल एनएच भी बंद है और मंगलवार को भी इसके खुलने के आसार कम नजर आ रहे हैं. इसके साथ ही 605 ट्रांसफार्मर बंद हुए हैं. जिससे जिले के सैंकड़ों गांव अंधेरे में हैं. मंडी जिले की दो जल बिजली परियोजनाएं लारजी और शानन में उत्पादन दो दिन से ठप्प पड़ा है. (Devastation after Heavy Rain in Mandi)

Devastation after Heavy Rain in Mandi.
मंडी में उफान पर ब्यास नदी.

मंडराने लगा पेयजल संकट: बताया जा रहा है कि मंडी जिले में भारी बारिश से करीब 75 पेयजल सप्लाई प्रभावित हुई हैं. जिससे दर्जनों गांवों में पीने के पानी की किल्लत बनी हुई है. पूरे मंडी शहर में पानी की सप्लाई ठप पड़ी हुई है. पानी की सप्लाई बाधित होने से होटल में रह रहे टूरिस्ट्स के लिए होटल मालिक टैंकरों से पानी मंगवा रहे हैं.

जिला प्रशासन ने खाली करवाए घर: प्राप्त जानकारी के अनुसार पंडोह से मंडी तक 113 परिवारों से प्रशासन ने घर खाली करवाए हैं और उन्हें दूसरी सुरक्षित जगहों पर भेजा है. कई लोगों को जिला प्रशासन ने अपने पास शरण दी है. बताया जा रहा है कि मंडी जिले में सबसे ज्यादा नुकसान पंडोह वासियों को सहना पड़ा है. यहां पर लोगों को करोड़ों का नुकसान पहुंचा है.

Devastation after Heavy Rain in Mandi.
मंडी में पीडब्ल्यूडी को सबसे अधिक नुकसान.

PWD को सबसे ज्यादा नुकसान: जिला प्रशासन के अनुसार सोमवार को भारी बारिश से मंडी जिले में करीब 115 करोड़ रुपये का हुआ है. इस दौरान जिले में 16 गौशाला व 9 मकान ढह गए. जिला प्रशासन के मुताबिक जिले में सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को रिपोर्ट हुआ है. सोमवार को लोक निर्माण विभाग को 49.28 करोड़, जल शक्ति विभाग को 55.40 करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका जताई जा रही है. इसके अलावा विद्युत बोर्ड को 1.61 करोड़ रुपये, शिक्षा विभाग को डेढ़ करोड़ रुपये का नुकसान रिपोर्ट हुआ है. नगर निगम मंडी को ही ब्यास नदी में आई बाढ़ के कारण 6.91 करोड़ रुपये की चपत लगी है.

Devastation after Heavy Rain in Mandi.
मंडी में भारी बारिश से 208 सड़कें बंद.

'हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है प्रशासन': एडीएम मंडी अश्वनी कुमार ने बताया कि मंडी जिले में हुआ नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है. जिला प्रशासन लगातार हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.

अफवाहों से बचें रहे: मंडी के डीसी अरिंदम चौधरी ने लोगों से अफवाहों से बचने और बिना किसी पुष्टि की सूचनाओं और वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर न करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि बिना पुष्टि की सूचनाओं और वीडियो से अफवाहों को बल मिलता है, जिससे अकारण लोगों में भय का माहौल बनता है.

'अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ होगी कानूनी कार्रवाई': एएसपी सागर चंद्र ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा इस तरह की अफवाह फैलाई जा रही है कि पंडोह व लारजी डैम में दरारें आ गई हैं. जिससे यह डैम कभी भी टूट सकते हैं. उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वाले लोगों को ढूंढा जा रहा है और उन्हें गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी.

ये भी पढे़ं: हिमाचल प्रदेश: बारिश से 785 करोड़ का नुकसान, 825 सड़कें बंद, 2 दिनों में 17 की मौत

आफत की बारिश से पानी-पानी हुआ मंडी जिला.

मंडी: बीते अढ़ाई दिनों के महाजलप्रलय के बाद मंडी जिले में सोमवार को बारिश का दौर तो थम गया, लेकिन ब्यास नदी में उफान के चलते हालात अभी तक नहीं सुधरे हैं. मिली जानकारी के अनुसार भारी बारिश और नदी नालों में आई बाढ़ से मंडी जिले में दो और लोगों की मौत हो गई है. ब्यास नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बताया जा रहा है कि पंचवक्त्र मंदिर सहित आसपास का इलाका और पुराना पंडोह बाजार फिर से बाढ़ के पानी में डूब गया. जिससे लोगों में दहशत का माहौल है. सैंकड़ों सैलानी मंडी और कुल्लू जिले में फंसे हुए हैं.

आफत की बारिश: मिली जानकारी के अनुसार ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ने से भ्यूली और सौली खड्ड में सोमवार को भी दर्जनों परिवारों से एहतियातन तौर घर खाली करवाए गए. बताया जा रहा है कि मंडी जिले में अभी भी 208 सड़कें बंद हैं. मंडी-कुल्ल एनएच भी बंद है और मंगलवार को भी इसके खुलने के आसार कम नजर आ रहे हैं. इसके साथ ही 605 ट्रांसफार्मर बंद हुए हैं. जिससे जिले के सैंकड़ों गांव अंधेरे में हैं. मंडी जिले की दो जल बिजली परियोजनाएं लारजी और शानन में उत्पादन दो दिन से ठप्प पड़ा है. (Devastation after Heavy Rain in Mandi)

Devastation after Heavy Rain in Mandi.
मंडी में उफान पर ब्यास नदी.

मंडराने लगा पेयजल संकट: बताया जा रहा है कि मंडी जिले में भारी बारिश से करीब 75 पेयजल सप्लाई प्रभावित हुई हैं. जिससे दर्जनों गांवों में पीने के पानी की किल्लत बनी हुई है. पूरे मंडी शहर में पानी की सप्लाई ठप पड़ी हुई है. पानी की सप्लाई बाधित होने से होटल में रह रहे टूरिस्ट्स के लिए होटल मालिक टैंकरों से पानी मंगवा रहे हैं.

जिला प्रशासन ने खाली करवाए घर: प्राप्त जानकारी के अनुसार पंडोह से मंडी तक 113 परिवारों से प्रशासन ने घर खाली करवाए हैं और उन्हें दूसरी सुरक्षित जगहों पर भेजा है. कई लोगों को जिला प्रशासन ने अपने पास शरण दी है. बताया जा रहा है कि मंडी जिले में सबसे ज्यादा नुकसान पंडोह वासियों को सहना पड़ा है. यहां पर लोगों को करोड़ों का नुकसान पहुंचा है.

Devastation after Heavy Rain in Mandi.
मंडी में पीडब्ल्यूडी को सबसे अधिक नुकसान.

PWD को सबसे ज्यादा नुकसान: जिला प्रशासन के अनुसार सोमवार को भारी बारिश से मंडी जिले में करीब 115 करोड़ रुपये का हुआ है. इस दौरान जिले में 16 गौशाला व 9 मकान ढह गए. जिला प्रशासन के मुताबिक जिले में सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को रिपोर्ट हुआ है. सोमवार को लोक निर्माण विभाग को 49.28 करोड़, जल शक्ति विभाग को 55.40 करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका जताई जा रही है. इसके अलावा विद्युत बोर्ड को 1.61 करोड़ रुपये, शिक्षा विभाग को डेढ़ करोड़ रुपये का नुकसान रिपोर्ट हुआ है. नगर निगम मंडी को ही ब्यास नदी में आई बाढ़ के कारण 6.91 करोड़ रुपये की चपत लगी है.

Devastation after Heavy Rain in Mandi.
मंडी में भारी बारिश से 208 सड़कें बंद.

'हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है प्रशासन': एडीएम मंडी अश्वनी कुमार ने बताया कि मंडी जिले में हुआ नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है. जिला प्रशासन लगातार हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.

अफवाहों से बचें रहे: मंडी के डीसी अरिंदम चौधरी ने लोगों से अफवाहों से बचने और बिना किसी पुष्टि की सूचनाओं और वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर न करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि बिना पुष्टि की सूचनाओं और वीडियो से अफवाहों को बल मिलता है, जिससे अकारण लोगों में भय का माहौल बनता है.

'अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ होगी कानूनी कार्रवाई': एएसपी सागर चंद्र ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा इस तरह की अफवाह फैलाई जा रही है कि पंडोह व लारजी डैम में दरारें आ गई हैं. जिससे यह डैम कभी भी टूट सकते हैं. उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वाले लोगों को ढूंढा जा रहा है और उन्हें गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी.

ये भी पढे़ं: हिमाचल प्रदेश: बारिश से 785 करोड़ का नुकसान, 825 सड़कें बंद, 2 दिनों में 17 की मौत

Last Updated : Jul 11, 2023, 8:11 AM IST
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